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शर्मनाक! 7 वर्षीय बच्चे के पोस्ट मार्टम के बाद नहीं मिला शव वाहन, हाथ ठेले पर ले जाना पड़ा शव

खेमराज दुबे

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MP News: मध्यप्रदेश के श्योपुर में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. श्योपुर में एक 7 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद उसे घर तक पहुंचाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला. जिसके बाद परिजनों को हाथ ठेले पर रखकर बच्चे का शव लाना पड़ा. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मामला श्योपुर जिले के विजयपुर कस्बा का है. किला रोड निवासी 7 वर्षीय बालक साहिल खान की शुक्रवार की रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद रातभर शव पोस्टमार्टम गृह में रखा रहा. इसके बाद उसके शव को घर तक पहुंचाने के लिए शव वाहन नहीं मिला तो उसके मजबूरन परिजन बालक के शव को हाथ ठेले पर रखकर घर लेकर आए. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शव के साथ चल रहे थे. जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया.

ठेले पर शव लेकर पहुंचे परिजन
शनिवार को परिजनों को लगा मृत साहिल के शरीर में में कोई हलचल हो रही है, इस पर वह साहिल को जिंदा समझकर उसके शव को मजार और बाबाओं के पास लेकर पहुंचे. वहां भी साहिल को मृत बता दिया गया. इसके बाद शाम को बच्चे को अस्पताल ले जाकर पोस्ट मार्टम कराया गया. पीएम के बाद डॉक्टरों ने बालक का शव को परिजनों को सौंप दिया. मृतक के परिजनों ने कुछ देर तक शव वाहन आने का इंतजार किया. इधर-उधर फोन भी घुमाए लेकिन, कहीं से मदद नहीं मिली तो चार पहिए के हाथ ठेले का इंतजाम किया. साहिल के पिता शव को ठेले पर रखकर आंखों में आंसू लिए अस्पताल से बाजार होते हुए घर पहुंचे. घर पहुंचने के बाद अंतिम क्रिया कर शव को लेकर कब्रिस्तान पहुंचकर सुपुर्द ए खाक किया.

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शव वाहन का इंतजाम नहीं
विजयपुर निवासी समाजसेवी रईस खान का कहना है कि नगर परिषद से लेकर एसडीएम और दूसरे अधिकारियों का यहां पर निवास है, जो चाहते तो कहीं से भी शव वाहन की इंतजाम करा देते हैं. एक गरीब की समस्या को किसी ने भी नहीं सुना. इस मामले पर कांग्रेस नेता आशाराम सोनी का कहना है कि, यह बेहद शर्मनाक मामला है, विजयपुर विकासखंड मुख्यालय यहां पर नगर परिषद कार्यालय भी है. इसके बावजूद यहां पर शव वाहन की इंतजाम नहीं है.

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आपको बता दें कि विजयपुर नगर परिषद अब तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से शव ले जाने के लिए शव वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है. यही वजह है कि अस्पताल में पीएम के बाद या तो परिजन निजी वाहनों से शव ले जाते हैं या फिर नजदीकी शहर से शव वाहन बुलवाकर शव ले जाया जाता है.

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प्रशासन बना हुआ है बेखबर
इस मामले की वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन प्रशासन अभी भी बेखबर नजर आ रहा है. मामले में विजयपुर एसडीएम नीरज शर्मा से लेकर सीएमओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार से बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई भी अधिकारी जवाब देने सामने नहीं आया. वहीं श्योपुर कलेक्टर शिवम वर्मा ने फोन कॉल पर बात करते हुए बताया कि विजयपुर में जल्द ही शव वाहन की व्यवस्था करायी जाएगी.

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