BJP Working Committee: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती इन दिनों अपने शराब बंदी अभियान और विवादित बयानों के चलते लगातार चर्चाओं में रही हैं, लेकिन मंगलवार को बिन बुलाए बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में पहुंचकर उमा भारती ने नेताओं को सकते में डाल दिया. भोपाल के बीजेपी कार्यालय में कार्यसमिति की विशेष बैठक चल रही थी, और पहला सत्र शुरू हुआ ही था कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बीजेपी कार्यालय में आई और सीधे मीटिंग हॉल में पहुंच गईं.
वहां मौजूद दिग्गज बीजेपी नेता उमा भारती को देखकर असहज महसूस कर रहे थे, इसी बीच मंच पर बैठे संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने उमा भारती को अपनी कुर्सी दी. हालांकि उमा भारतीय मीटिंग में ज्यादा देर नहीं रुकी और ना ही उन्होंने भाषण दिया. किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं की. सूत्रों के मुताबिक, 2005 में सीएम पद से हटाए जाने के बाद 18 साल बाद उमा भारती भोपाल में बीजेपी की किसी मीटिंग में शामिल होने आई थीं, वह भी बिना बुलाए. वह एक घंटे में मीटिंग में रहीं और इसके बाद निकल गईं.
मीटिंग के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आज मध्यप्रदेश की प्रदेश कार्यसमिति में उपस्थित होकर बहुत अच्छा लगा. आनंद, अपनत्व, सम्मान, उल्लास एवं फिर से चुनाव जीतने के उत्साह से सभी भरे हुए है.” इसके बाद दूसरे ट्वीट में लिखा, “मध्यप्रदेश में भाजपा की विजय की कामना के साथ दो दिन के लिये भोपाल से बाहर जा रही हूं.”
शराबबंदी को लेकर हाल में सीएम शिवराज से की थी मुलाकात
बता दें कि 3 दिन पहले ही सीएम शिवराज सिंह से मिलने उनके आवास पर गई थीं. जहां उन्होंने नई शराब नीति पर चर्चा की थी. इसके बाद उन्होंने कहा था कि सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह सभी से परामर्श करके नई शराब नीति जल्द लागू करेंगे.
दरअसल उमा भारती पार्टी में खुद को सक्रिय बनाए रखने के लिए शराब पर बैन लगाने का अभियान चला रही हैं. पिछले दिनों उमा ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ ही बयान दे दिया था, जिसके बाद से बीजेपी ने वहां से दूरी बना ली थी. तय हुआ था कि उमा को बीजेपी के किसी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाएगा और ना ही अगले चुनाव में उनसे प्रचार कराया जाएगा. लेकिन अब बीजेपी कार्यालय में उमा भारती के बिन बुलाए मेहमान बनने के बाद नेताओं में खलबली है. फिलहाल बीजेपी का कोई भी नेता इस मामले में बोलने से बच रहा है.