उमा भारती ने MP की शराब नीति को ‘अनैतिक’ और ‘जनहित के खिलाफ’ बताया, कई ट्वीट कर निकाली भड़ास

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MP POLITICAL NEWS: बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती लगातार मध्यप्रदेश सरकार की शराब नीति को लेकर हमलावर हैं. बुधवार को भी उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर सीएम शिवराज सिंह चौहान पर शराब बंदी को लेकर दबाव बनाने की कोशिश की. उमा भारती ने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि ‘मध्यप्रदेश की हमारी सरकार की जो शराब नीति है, वह पूरी तरह से अनैतिक और जनहित के खिलाफ है. सीएम शिवराज सिंह चौहान जल्द से जल्द इस शराब नीति को बदलें ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी काे बंपर जीत मिले’.

उमा भारती ने अपने ट्वीट में बताया कि ‘बीजेपी ने शराब से नफरत और गंगा से आस्था के प्रति मेरी निजी स्वतंत्रता को सदैव अधिकार और सम्मान दिया है. जब एनडीए सरकार के लिए मैं लोकसभा चुनाव लड़ी थी, तब एनडीए के कॉमन मिनिमम एजेंडा में राम मंदिर निर्माण नहीं था. लेकिन बीजेपी के प्लेटफॉर्म से मैंने हमेंशा राम मंदिर निर्माण, तिरंगा और बाहरी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाई थी’.

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उमा भारती ने आगे ट्वीट किया कि ‘जब 12 साल की थी, तब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्यार और स्नैह मिला है. जब अमित शाह भाजपा अध्यक्ष थे, तब मैंने 2019 में चुनाव के 6 महीने पहले से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. मेरी राय का सम्मान करते हुए मुझे बीजेपी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था. हम लोग सामाजिक अधिष्ठान के मुद्दे भी उठाते हैं. मैं सीएम शिवराज से मांग करती हूं कि अभी भी चुनाव में 8 महीने शेष हैं. हमारी पार्टी को जीत मिलना निश्चित है. लेकिन चुनाव से पहले यदि हमने अपनी शराब नीति को नियंत्रित और जनहितकारी वितरण व्यवस्था कर दी तो महिलाओं के वोटों की ऐसी बरसात होगी कि 2003 में मिली बीजेपी की जीत का रिकॉर्ड भी टूट जाएगा’.

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जबलपुर में महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मोर्चा खोल रखा है तो वहीं दूसरी तरफ स्थानीय स्तर पर भी शराब की दुकान का विरोध शुरू हो गया है. जबलपुर के चरगवां थाना अंतर्गत ग्राम बिजौरी में महिलाओं ने शराब दुकान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और शराब दुकान को तत्काल बंद करने की मांग उठाई. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने शराब दुकान का घेराव कर दिया और उसका शराब दुकान के लगे बोर्ड को अलग कर दिया. शराब दुकान के सामने ही रोड पर महिलाओं ने बैठकर धरना प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.

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महिलाओं ने कहा कि शराब की दुकान की वजह से उनका घर बर्बाद हो रहा
महिलाओं का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में शराब दुकान खोले जाने से लोगों में बुरा असर पड़ रहा है. लोगों में शराब की लत पड़ रही है और घरों में विवाद शुरू हो गए हैं. पुरुष शराब पीकर आते हैं और महिलाओं के साथ मारपीट कर रहे हैं. हालात यह हो गए हैं कि पैसा न देने पर अब पुरुष घरों का सामान बेचने लगे हैं. ऐसी स्थिति में महिलाओं ने शराब दुकान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उसे तत्काल बंद करने की मांग उठाई. महिलाओं का कहना है कि जब तक गांव से शराब दुकान हटाई नहीं जाती तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

इनपुट: रवीशपाल सिंह, धीरज शाह

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