MP POLITICAL NEWS: मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 9वें दिन महू में हुई आदिवासी युवती की मौत के मामले पर जमकर हंगामा हुआ. आदिवासी युवती की मौत के मामले पर पीसीसी चीफ कमलनाथ और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच तीखी तकरार हो गई. कमलनाथ ने इस घटना को मध्यप्रदेश के लिए बड़ा कलंक बताया. वहीं संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि युवती की मौत करंट लगने से बताई जा रही है. पीएम रिपोर्ट आ जाने दीजिए, सब साफ हो जाएगा. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह भी बताया कि युवती के परिवार ने जिस युवक पर हत्या का आरोप लगाया, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. भीड़ थाने पहुंच गई और आरोपी को हवाले करने की मांग कर पथराव किया था. बीच-बचाव में गोली चली है.
घटना पर पूर्व मंत्री और महेश्वर से विधायक विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि गृहमंत्री ने लड़की का चरित्र चित्रण पहले से कर दिया कि वह लिव इन में रहती थी. कमलनाथ ने कहा ये दुख की बात है कि प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. मेरे पास आंकड़े हैं, मैं जिन्हे पटल पर रख रहा हूं. जांच के नाम पर मामले टल जाते हैं. नरोत्तम मिश्रा ने कहा आप बता दें क्या करें.
कमलनाथ ने कहा हर पहलू पर जांच होना चाहिए कि आखिर क्या जरूरत थी पुलिस फायरिंग की. ये केवल दुख की बात नहीं शर्म की बात है. इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा के बाहर इस घटना को लेकर कहा था कि कल शाम तक मामले की पूरी रिपोर्ट आ जाएगी. परिजन कह रहे हैं करंट लगने से मौत हुई है और दूसरे संगठन के लोग हत्या की बात कर रहे हैं. जांच के आदेश दे दिए गए हैं, सब सही होगा. कांग्रेस के द्वारा जांच दल बनाए जाने पर गृहमंत्री कहा कि हर मामले में कांग्रेस को राजनीति नहीं करना चाहिए. विधानसभा में हंगामा होता देख अध्यक्ष गिरीश गौतम ने दखल दिया और बोले कि प्रश्नकाल चलने दें. शून्यकाल में बात की जायेगी. तब तक स्थिति और साफ हो जाएगी.
राशन वितरण की जांच को लेकर हुआ हंगामा
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक लाखन सिंह यादव ने राशन वितरण का मुद्दा उठाया और सरकार से पूछा कि इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई है?. सरकार की तरफ से खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने जवाब दिया कि 6 दुकान संचालकों पर एफआईआर कराई है. विधायक लाखन सिंह यादव ने कहा कि 123 दुकानों की जांच करवाई जाए. पता चल जाएगा कि किस तरह की गड़बड़ी हो रही है. विधायक लाखन सिंह यादव ने आरोप लगाए कि जांच के दौरान लीपापोती होती है. जांच कमेटी में विपक्षी विधायकों को शामिल करें. इस पर मंत्री गोपाल भार्गव ने टिप्पणी कर दी कि विधायकों को जांच कमेटियों में शामिल होने की प्रवृत्ति बढ़ रही है. जवाब में विधायक लाखन सिंह यादव बोले, कि आपके अधिकारी प्रदेश को लूट खा रहे हैं तो जांच कमेटियों में शामिल होना पड़ेगा.