मौलाना मदनी को वीडी शर्मा का जवाब ‘वह भारत में रहते हैं, किसी अरब देश में नहीं’
ADVERTISEMENT
VD Sharma Statement: दिल्ली में दिए मौलाना मदनी के बयान की सरगर्मी मध्यप्रदेश में भी दिखायी दे रही है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना मदनी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में विवादित बयान दिया था.अब इसके ऊपर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है. वीडी शर्मा ने कहा है कि ‘मौलाना मदनी यह भूल गए हैं कि वह भारत में रहते हैं, किसी अरब देश में नहीं. जिन लोगों का मदनी जिक्र कर रहे हैं, उन्होंने भारत को सिर्फ लूटा है. भारत की संस्कृति और जमीन पर हमला किया है. शर्मा ने कहा कि यह देश ऐसे हमलावरों का नहीं हो सकता’.
विदेशी हमलावरों का नहीं है देश
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यह देश यहां के रहने वालों का है. विदेशी हमलावरों का यह देश नहीं हो सकता है. मौलाना मदनी जिन लोगों का नाम लेकर बयान दे रहे हैं, उन्होंने भारत भूमि को सिर्फ दर्द दिए हैं. वीडी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत दोनों 24 घंटे भारत और मातृभूमि की सेवा और विकास के लिए काम करते हैं. इसीलिए देश इन जैसे देशभक्तों का है, ना कि विदेशी हमलावरों का.
महमूद मदनी ने दिया था ये बयान
जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख महमूद मदनी ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के 34वें अधिवेशन में विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा कि ‘यह भूमि मुसलमानों की पहली मातृभूमि है. यह कहना कि इस्लाम भारत से बाहर किसी अन्य देश से आया है, सरासर गलत और निराधार है. इस्लाम सभी धर्मों में सबसे पुराना धर्म है. मुसलमानों के लिए भारत सबसे अच्छा देश है’. महमूद मदनी ने कहा कि ‘भारत हमारा देश है. यह देश जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है, उतना ही यह देश महमूद का भी है. न महमूद इनसे एक इंच आगे हैं और न वे महमूद से एक इंच आगे हैं’.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
मोहन भागवत के बयान से शिवराज के गृह जिले में ब्राह्मण नाराज, बोले- माफी मांगें भागवत
भीम आर्मी के प्रदर्शन पर भी बोले वीडी शर्मा
जंबूरी मैदान में चल रहे भीम आर्मी के प्रदर्शन पर भी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां पर हर किसी को राजनीतिक पार्टी बनाने और मुद्दो के लिए आंदोलन करने का हक है. लोकतंत्र में सबको अधिकार है. वह अपनी बात शालीनता के साथ कहें. ऐसे लोगों को हर मुद्दो पर अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है. लेकिन जो भी करें संविधान और कानून के पालन के दायरे में करें.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT