Khargone News: खरगोन कलेक्ट्रेट में सैकड़ों की संख्या में सरपंच, ग्राम सचिव और ग्राम सहायक ज्ञापन देने आए थे. इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की. हालांकि अपर कलेक्टर की माने तो वो किसी काम में बिजी थे. इसलिए ज्ञापन लेने में देरी हो गई. उन्होंने अपने उपर लगे आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया. बता दें कि डिप्टी कलेक्टर और सरपंच भिड़ गए थे, जिसके बाद सरपंच डिप्टी कलेक्टर से माफी की मांग कर रहे हैं.
असल में इन सरपंच पर डिप्टी कलेक्टर ने नारेबाजी के दौरान झपट्टा मार दिया था. जिसके बाद से सरपंच जी की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई. उनकी नारेबाजी की ऊंची आवाज भी मंद पड़ गई. भला हो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों का, जिन्होंने सरपंच को वहां से दूर हटा दिया, वरना तो डिप्टी कलेक्टर साहब ने जिस तरह उन पर झपट्टा मारा था, उसे देखकर ये साफ था कि डिप्टी कलेक्टर नारेबाजी से बिल्कुल खुश नहीं थे.
अब डिप्टी साहब की गुस्से से बाल-बाल बचे सरपंच उनसे माफी मांगने की मांग कर रहे हैं. और खुद के आदिवासी होने का हवाला भी दे रहे हैं.
क्यों बढ़ा विवाद
आपको बता दें कि मंगलवार को सड़क निर्माण की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट का घेराव करने आई थी. जिसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में धारा-144 लगा दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी सरपंच और सचिवों का संगठन कलेक्ट्रेट में चला गया. इसी वजह से अपर कलेक्टर नाराज दिख रहे थे.