MP NEWS: आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत द्वारा पंडितों पर की गई टिप्पणी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मोहन भागवत की टिप्पणी की वजह से ब्राह्मण और हिंदू संगठन उनसे पहले से ही नाराज चल रहे थे. अब उज्जैन के महाकाल मंदिर के पुजारी पं. महेश शर्मा ने मोहन भागवत को पत्र लिखकर कुछ सवाल पूछे हैं. महाकाल मंदिर के पुजारी का कहना है कि यदि वर्ण व्यवस्था पंडितों ने बनाई थी तो फिर त्रेतायुग में और द्वापर युग में जातियां कैसे थीं?
महाकाल मंदिर के पुजारी पं. महेश शर्मा ने कहा है कि ‘मैंने मोहन भागवत को पत्र लिखा है. वे काफी विद्वान हैं. इसलिए उनसे कुछ सवाल पूछे हैं. मैंने उनसे पूछा है कि यदि पंडितों ने ही वर्ण व्यवस्था बनाई थी तो त्रेता युग में भगवान श्रीराम क्षत्रिय, रावण ब्राह्मण, शबरी दलित और केवट आदिवासी समाज से कैसे हो गए’?
मेरा उनसे दूसरा सवाल है कि ‘द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं श्रीमदभागवत गीता में लिखा है कि वर्ण व्यवस्था के जनक तो वे स्वयं हैं. ऐसे में मोहन भागवत से मैं पूछना चाहता हूं कि उन्होंने ये किस आधार पर कहा है कि पंडितों ने ही वर्ण व्यवस्था बनाई है’?
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मोहन भागवत के बयान का लगातार हो रहा है विरोध
मोहन भागवत द्वारा पंडितों पर की गई टिप्पणी का लगातार ब्राह्मण समाज और हिंदू संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है. बीते दिनों सतना में अखिल भारत हिंदू महासभा और ग्वालियर में अखिल भारतीय हिंदू महासभा और अन्य ब्राह्मण संगठनों ने मोहन भागवत से दो दिन में अपनी टिप्पणी को वापस लेने की चेतावनी दी थी. ऐसा नहीं करने पर मोहन भागवत के खिलाफ हिंदू संगठनों और ब्राह्मण संगठनों ने बड़ा आंदोलन खड़ा करने के दावे किए थे. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के लिए पंडितों पर की गई टिप्पणी बड़ी मुश्किलें खड़ी कर रही है. हर दिन मोहन भागवत की टिप्पणी के खिलाफ ब्राह्मण समाज की तरफ से कठोर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
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