MP NEWS: देशभर में सुर्खियां बटोर चुके बागेश्वर धाम के महंत पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री धाम पर वापस लौटने पर जोश में दिखाई दिए. श्रद्धालुओं के बीच पहुंचकर उन्होंने रामचरित मानस को लेकर खड़े हुए विवाद पर कहा कि”रामचरित मानस को अब राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कर देना चाहिए.” MP TAK से बातचीत में महंत धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने उनको जो सुरक्षा प्रदान की है, वे उसके आभारी हैं और हनुमान चालीसा की चौपाईयां पढ़ते हुए बोले”तुम रक्षक काहे का डरना.”
नागपुर पुलिस ने महंत को पहले ही क्लीन चिट दे दी थी. जिसके बाद से महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री काफी जोश में दिखाई दिए. जब वे बागेश्वर धाम पर वापस लौटे तो श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत बड़े जोर-शोर से किया. बागेश्वर धाम पर वापस आकर वे मीडिया से भी मुखातिब हुए जहां पर उन्होंने साफ कहा कि “राम चरित मानस को लेकर विवाद खड़ा करना गलत है, अब राम चरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कर देना चाहिए”
अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने दर्ज कराई थी शिकायत
नागपुर में अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने बागेश्वर धाम के महंत पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि वे चमत्कार के नाम पर लोगों में अंधविश्वास फैला रहे हैं. समिति के पदाधिकारियों ने महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को उनके सामने चमत्कार दिखाने का चैलेंज भी दिया था, जिसके बाद महंत विवादों में आ गए और उन्होंने भी अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति वालों को भगौड़ा और छोटी मानसिकता वाला बता दिया था. उसके बाद तो पूरे देश में बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री लोगों की जुबां पर आ गए और उनके कामों को लेकर देशभर में चर्चा होने लगी. नागपुर पुलिस ने वीडियो देखने के बाद बयान दिया था कि वीडियो में धर्म के प्रचार से जुड़ी सामग्री है, इसमें अंधश्रद्धा जैसी कोई चीज नजर नहीं आई है.महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रायपुर में आयोजित कथा स्थल से देशभर के समाज सुधारकों और मीडिया को चैलेंज दिया था कि वे उनके दरबार में आकर उनसे हर तरह के सवाल कर लें. वे हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.