Singrauli Video News: प्रशासन की लापरवाही से एक जिंदा व्यक्ति को मरा घोषित कर दिया गया जबकि वह व्यक्ति आप अपने जीवित होने प्रमाण प्रस्तुत करने के लिए दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है. फिलहाल प्रशासन ने जिस व्यक्ति को मरा घोषित कर दिया था. वह अब जिला कलेक्टर के जनसुनवाई में पहुंचा तब जाकर मामला सामने आया.
सिंगरौली जिले के चितरंगी कस्बे के नेवारी गांव का है नाम है रामू साकेत उम्र तकरीबन 75 साल यह भले ही यहां सकुशल खड़ा दिख रहा है. लेकिन आपको बता दें कि अधिकारियों ने कागजों में इस जिंदा बुजुर्ग को मृत बता दिया है. इस बुजुर्ग को भी नहीं पता कि उसकी मौत हो गई है.
इसका खुलासा तब हुआ जब बुजुर्ग ने सरकार से अपने लिए जमीन की मांग की क्योंकि यह भूमिहीन है जैसे ही यह आवेदन जिम्मेदार अधिकारियों के पास पहुंचा उन्होंने बताया कि इस नाम का व्यक्ति तो काफी पहले मर चुका है. वह गिड़गिड़ाता रहा और बताता रहा कि मैं खुद सामने खड़ा हूं लेकिन अधिकारी मानने को तैयार नहीं हैं.
दोषियों पर होगी कार्रवाई: कलेक्टर
अधिकारियों ने बुजुर्ग को जिंदा नहीं माना तो आखिरकार बुजुर्ग जिला मुख्यालय में कलेक्टर के दरबार जनसुनवाई पर पहुंच गया. उनसे भी खुद के जिंदा होने की गुहार लगाई इस मामले में अब कलेक्टर ने जांच के बाद दोषी कर्मचारी अधिकारियों पर कार्रवाई की बात की है.