फोटो: विकास दीक्षित

गुना में गल यानी मचान के पूजन की आदिवासी परंपरा सालों से चल रही है

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

मन्नत पूरी होने पर रस्सी से बांधकर मचान के चारों ओर झुलाने की अनूठी है यह परंपरा 

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

आदिवासी परंपरा में गल यानी मचान का बेहद धार्मिक महत्व है 

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

परेशानियों और दुःखों से जूझ रहे व्यक्ति अपने इष्ट बाबादेव के नाम पर मन्नत मांगते है

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

यह उत्सव बमोरी तहसील के सिरसी क्षेत्र ग्राम नगदा में मनाया जाता है

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

गल के चारों ओर मेला भरता है. हजारों लोग इकट्ठे होते हैं. मन्नतें मांगते हैं

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

उत्सव के दौरान ढोल मांदल की थाप पर भीली नृत्य(आदिवासी नृत्य) किया जाता है

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

गल पर लकड़ी में बंधी हुई रस्सी के सहारे आस्थावान व्यक्ति को बांधा जाता है 

Arrow

फोटो: विकास दीक्षित

फिर उसे मन्नत के अनुसार तीन, पांच या सात बार घुमाया जाता है

Arrow

Visit: www.mptak.in/

For more stories