फोटो: एमपी तक
पन्ना में कुछ महीनों पहले दो शावकों को जन्म देने वाली बाघिन पी 234 की परेशानियां बढ़ गई हैं.
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बाघिन पी 234 के पीछे के पैर में लकवा लग गया, जिससे बाघिन को चलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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पन्ना टाइगर रिजर्व के अकोला बफर जोन में पर्यटकों द्वारा बाघिन पी-234 को अपने दोनों पिछले पैर घसीट कर चलते हुए देखा गया था.
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जिसके पहले पन्ना में उसका इलाज किया गया बाद में उसे प्रशासन इलाज के लिए ट्रेंकुलाइज कर भोपाल के वन विहार ले आया है.
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बाघिन के भोपाल जाने से दो छोटे शावाकों की देखरेख को लेकर अब प्रबंधन के लिए चिंताएं बढ़ गई हैं.
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बाघिन P-234 को आखिरी बार 29 मई को अपने दो शावकों के साथ देखा गया था.
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बाघिन के अपने बच्चों से दूर होने के बाद वन विभाग के कर्मचारियों को बच्चों की देखरेख करने के लिए तैनात किया गया है.
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बाघिन के ब्लड के सैंपल एकत्रित कर परीक्षण के लिए भेज दिए गए हैं.
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फिलहाल पार्क प्रबंधन की निगरानी में बाघिन का इलाज किया जा रहा है.
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इस टाइगर रिजर्व से आई खुशखबरी, शावक के साथ नजर आई बाघिन
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