फोटो: एमपी तक
देवास जिले के एक दिव्यांग की कामयाबी की कहानी सुनकर हर कोई हैरान है.
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दोनों हाथों से दिव्यांग आमीन अंसारी ने पटवारी की परीक्षा में सफलता पाई है.
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खास बात ये है कि आमीन ने पैरों से ये परीक्षा दी और कामयाबी पाई.
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इतना ही नहीं उसने दिव्यांग श्रेणी की मेरिट लिस्ट में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया.
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आमीन मंसूरी देवास की सोनकच्छ तहसील के पीपलरावां का निवासी है.
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उसने दिव्यांगपन को कमजोरी नहीं माना, हमेशा सपनों और हौंसलों को बड़ा ही रखा.
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आमीन के पिता इकबाल मंसूरी टेलरिंग का काम करते हैं. आर्थिक स्थिति भी कमजोर है.
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आमीन ने कम्प्यूटर भी पैरों से चलाना सीखा. रोज 12 घंटे की पढ़ाई के बाद सफलता पाई.
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