फोटो: एमपी तक
मध्य प्रदेश के बैतूल के जय बारंगे ने UPSC परीक्षा में 587वीं रैंक हासिल की है.
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जय के पिता चाहते थे कि उनका बेटा आईएएस बने और हमेशा उसको बोलते थे कि भरोसा रखो सफलता मिलेगी.
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कोरोना से पिता की मौत हो गई, लेकिन बेटे ने पिता का सपना साकार करने के लिए राज दिन एक कर दिया. जय ने यूपीएससी की कठिन परीक्षा पास कर ली है.
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25 साल के जय के पिता सुभाष चंद्र बारंगे सरकारी प्राथमिक स्कूल में टीचर थे. 2021 में कोविड से उनकी मौत हो गई.
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परिवार पर संकट आ गया था. इस दौरान जय यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. पापा की मौत का सदमा भी था.
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तो दूसरे तरफ पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसके कंधे पर थी. परिवार में दो बहिन और मां हैं.
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बेटे ने पिता का सपना पूरा करने लिए दिन रात मेहनत की लेकिन शुरूआती अटेम्प्ट में जय के हाथ केवल निराशा और असफलता लगी.
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जय को अपने चौथे अटेम्प्ट में सफलता हाशिल हुई, उन्होंने UPSC की तैयारी के लिए भोपाल में रहकर तैयारी की है.
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सबसे बड़ी परीक्षा पास करने के लिए जय ने सेल्फ स्टडी से अपना मुकाम हासिल किया है.
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जय की मां ने बताया कि बेटे की जिद है कि मन की पॉजीशन नहीं मिली तो दोबारा परीक्षा दूंगा.
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