मध्य प्रदेश के शरबती गेहूं पर मौसम की मार; तेज हवाओं और बारिश से खेत में आड़ी हुई फसल, जानें प्रदेश का हाल

नवेद जाफरी

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Mp news:  मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी से फसलें बर्बाद हो गई हैं. सीहोर, राजगढ़, देवास, विदिशा,आगर मालवा, बड़वानी, उज्जैन, रतलाम, समेत प्रदेश के अधिकतर जिलों में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया. तेज हवा आंधी के साथ कई जगहों पर बारिश के साथ आले भी गिरे है. जिससे खेतों में खड़ी गेंहू और चने की फसल जमीन पर आड़ी हो गई, सीहोर के सबसे फेमस शरबती गेहूं पर मौसम की मार से फसलों की चमक और उत्पादन पर भारी असर पड़ सकता है. वही मौसम विभाग के अनुसार आधे घंटे के दौरान 10.8 एम.एम, बारिश दर्ज की गई है, मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम और बारिश की संभावना जताई है. इस समय फसलों में नुकसान ज्यादा फायदा कम है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का तुरंत आकलन कराएं और पीड़ित किसानों को शीघ्र अति शीघ्र राहत राशि वितरित की जाए.

मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ ही सीहोर में भी मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ. कल शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और कई जगहों पर चने के बराबर के ओले भी गिरे, तेज हवा आंधी के साथ हुई बारिश से गेहूं की फसल खेत में पूरी तरह से आड़ी होकर बिछ गई. जिससे नुकसान की आशंका जताई जा रही है वहीं गेहूं की चमक पर भी असर पड़ सकता है.

10.8 एम एम बारिश दर्ज
कृषि एवं मौसम विस्तार अधिकारी डॉ एसएस तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम को करीब आधे घंटे की बारिश के दौरान 10.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. आगामी 2 दिनों में ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. बारिश भी हो सकती है. जिले के कई स्थानों से बारिश की सूचनाएं आई हैं. मौसम परिवर्तन की सूचना एडवायजरी पहले ही जारी कर दी गई थी.

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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की राहत राशि वितरित करने की मांग
 पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रदेश में आज राजधानी भोपाल सहित उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, राजगढ़, विदिशा और छिंदवाड़ा सहित कई जिलों में ओलावृष्टि हुई है. इससे बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है.मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन करता हूं कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का तुरंत आकलन कराएं और पीड़ित किसानों को शीघ्र अति शीघ्र राहत राशि वितरित करायें. rain, heavyrain, mpnews, mptak

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गेहूं की चमक पड़ सकती है फीकी
शरबती गेहूं की सीहोर क्षेत्र में बहुतायत में पैदावार की जाती है. सीहोर क्षेत्र में एक काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है, जो शरबती गेहूं के उत्पादन के लिए उपयुक्त है. शरबती गेहूं को द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है, क्योकि इसका रंग सुनहरा होता है यह हथेली पर भारी लगता है, और इसका स्वाद मीठा होता है इसलिए इसका नाम शरबती है, लेकिन अचानक हुई बारिश से गेंहू की चमक फीकी पड़ सकती है. सीहोर का गेहूं देश भर में अपनी सोने जैसी पीली चमक और बेहतरीन स्वाद के लिए जाना जाता है .कई प्रदेशों में सीहोर के गेंहू की डिमांड रहती है. इस समय गेहूं पककर खेतों में तैयार खड़ा हुआ है. गेहूं की कटाई चल रही है और कटा हुआ गेहूं खेतों में रखा है. अचानक मौसम में परिवर्तन हवा आंधी बारिश से गेंहू की फसल खेतों में आड़ी होकर बिछ गई है वही पानी लगने से इसकी चमक पर भी असर पड़ सकता है.

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फसलों में नुकसान ज्यादा फायदा कम
कृषि एवं मौसम विस्तार अधिकारी डॉ एसएस तोमर में जानकारी देते हुए बताया कि मौसम परिवर्तन की एडवायजरी पहले ही जारी कर दी गई थी. मौसम में परिवर्तन के चलते कई स्थानों पर बारिश हुई है, फसलों में नुकसान है. अचानक बारिश के चलते आम का बोर गिरेगा, निबू का बोर गिरेगा, सब्जी को नुकसान होगा. मधुमक्खी पालकों को नुकसान है, चने में नुकसान गेंहू की चमक चली जाएगी, वजन कम रहेगा. इस समय फसलों में नुकसान ज्यादा फायदा कम है. ये असली चक्रवाती तूफान है जो बंगाल की खाड़ी से बना है. सीहोर में करीब आधे घंटे के बारिश के दौरान 10.8 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है.

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राजगढ़ जिले में बारिश के साथ ओलावृष्टि
राजगढ़ जिले के कई क्षेत्रों में 3 दिनों से रोजाना मौसम करवट बदल रहा है. जिससे ब्यावरा, खिलचीपुर, जीरापुर, माचलपुर खुजनेर सारंगपुर सहित जिलेभर में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. जिससे किसानों की खेत में खड़ी फसलें ,गेहूं,मसूर,धनिया सरसों, संतरे की फसलों में नुकसान हुवा है. इस बेमौसम बारिश से किसानों की कमर टूट गई है. दरअसल जिले में कई जगह बारिश ओलावृष्टि हुई है खेत में खड़ी फसलों में नुकसान हुआ है. जिले के जीरापुर, खिलचीपुर, जेतपुरा कलां, भाटखेड़ा, उनदखेड़ी, सारंगपुर के गुलावता सहित कई जगह ओले गिरे हैं.

देवास में ओले गिरनें से फसलें चौपट
सोमवार शाम करीब 6 बजे देवास जिले के पीपलरावां क्षेत्र में तेज हवा आंधी के साथ ओलावृष्टि हुई है. आपको बता दें कि पीपलरावां सहित आसपास के गांवों में आंधी तुफान के साथ बारिश हुई. बारिश के दौरान मक्का से बड़े आकार के ओले भी गिरे हैं. जिससे खेतों में खड़ी गेहूं की फसल आड़ी पड़ गई. खेतों में गेहूं की फसल पूरी तरह कटाई पर आ गई थी,ओले गिरने से गेहूं की बालियां फूट गई. जिससे गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है. पीपलरावां के अलावा ग्राम निपानिया हूर हूर,घट्टियाकला, इलासखेड़ी,बालोन, मुरमिया, सुरजना, पीर पाडल्या, घिचलाय के किसानों ने प्रशासन से फसल नुकसानी का सर्वे कराने की मांग की है. जिले भर में रात भर हल्की हल्की बारिश होती रही.

आगे भी ऐसा ही रहेगा मौसम
प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बारिश का दौर शुरू होगा. भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में हल्की बारिश होने के आसार हैं. हमारे यहां अरब सागर से होती हुई आ रही हवा नमी ला रही है. इस वजह से गरज चमक वाले बादल बने और बारिश हुई. भोपाल में 6, 7, 8 और 9 मार्च को बारिश के आसार हैं. 7 मार्च को तेज बारिश के आसार जताए हैं.

इनपुट: पंकज शर्मा, शकील खान, नवेद जाफरी

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