Bhopal News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शिक्षक भर्ती को लेकर युवाओं ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया. युवाओं के एक समूह ने अर्धनग्न हालत में हाथों में तख्ती-बैनर लेकर रैली निकाली और प्रदेश सरकार से मांग की है कि वर्ष 2018 में जिन शिक्षकों की भर्ती के लिए एग्जाम हुए थे, उसमें पास हुए शिक्षकों को जल्द ही नियुक्ति दी जाए. प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने शिक्षक वर्ग 3 के लिए 51 हजार पदों पर भर्ती किए जाने की भी मांग की. प्रदर्शन कर रहे अर्धनग्न युवा स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले का घेराव करने जा रहे थे लेकिन उनको पुलिस ने श्यामला हिल्स के पास माता मंदिर चौराहे पर ही गिरफ्तार कर लिया और पुलिस वाहन में बैठाकर रातीबड़ थाने लेकर चले गए. प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने पुलिस बस में बैठकर ही पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारी युवा कह रहे हैं कि वे शिक्षक भर्ती को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और रैली निकालते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के शासकीय बंगले तक जा रहे थे. इस बीच उन्होंने सड़क पर किनारे बैठकर नारेबाजी भी की. वे स्कूल शिक्षा मंत्री से मिलकर सिर्फ अपना ज्ञापन देना चाहते थे और अपनी मांग के बारे में बताना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उनको मंत्री के बंगले तक जाने ही नहीं दिया और बीच रास्ते से उठा लिया.
प्रदर्शनकारी युवाओं ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाए कि वे झूठी घोषणाएं करते हैं. एक लाख पदों पर भर्ती के दावे गलत हैं और 2018 में जिन युवाओं ने शिक्षक भर्ती की परीक्षाएं पास की थीं, उनको अभी तक नियुक्तियां नहीं मिली हैं और जबकि स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं. प्रदर्शनकारी एक युवा ने यहां तक कहा कि ‘सीएम शिवराज खुद को छात्र नेता बताते रहे हैं कि जब वे प्रदर्शन करते थे तो तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. अजुर्न सिंह को भी उनकी बात सुनना पड़ती थी और वे मिलने बुलाते थे लेकिन जब हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और मंत्री को अपनी बात सुनाना चाहते हैं तो हमारी गिरफ्तारी की जा रही है’.
सड़कों पर प्रदर्शन करते देख पुलिस ने पकड़ा
दरअसल सभी प्रदर्शनकारी युवा अर्धनग्न हालत में रैली निकालते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री के बंगले तक जा रहे थे. रास्ते में वे सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठ गए और फिर वहीं से नारेबाजी करने लगे. इस दौरान भोपाल की सड़कों पर मजमा लगने लगा और लोग इनके प्रदर्शन को देखने लगे. इसके बाद जैसे ही प्रदर्शनकारी युवाओं ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले की तरफ जाने की कोशिश की, पुलिस ने सभी को डिटेन कर लिया और पुलिस वाहन में भरकर रातीबड़ थाने लेकर चले गए.