कूनो नेशनल पार्क से ओबान नाम का चीता पहुंचा टाइगर के इलाके माधव राष्ट्रीय उद्यान
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![कूनो नेशनल पार्क से ओबान नाम का चीता पहुंचा टाइगर के इलाके माधव राष्ट्रीय उद्यान Government big action death of cheetahs Kuno National Park PCCF fell down Cheetah Project](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202304/your-paragraph-text-21-2-768x432.jpg?size=948:533)
Kuno National Park: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से ओबान नाम का चीता अब शिवपुरी स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान में पहुंच गया है. माधव राष्ट्रीय उद्यान में कुछ समय पहले ही टाइगर भी छोड़े गए थे. चीता के टाइगर के इलाके वाले माधव राष्ट्रीय उद्यान में पहुंचने से वन कर्मी चितिंत जरूर हैं लेकिन इस बार वे ओबान को बेहोश करके वापस कूनो नेशनल पार्क नहीं लाना चाहते. वन कर्मी इस बार कोशिश कर रहे हैं कि वे अपनी निगरानी में चीता को खुद ही कूनो नेशनल पार्क वापस आने के लिए मदद करें.
कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चहल कदमी कर रहे चीतों में से एक ओबान नाम का चीता शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान में आ गया है. एक दिन पहले इसकी उपस्थिति ग्राम चिटौरा चिटौरी के वन में थी,अब और घने जंगल में घुस कर टुंडा भरका के बियाबान जंगल मे आ गया है. यहां पानी का बारह महीने बहने वाला झरना है. इसमें पानी पीने हिरण व अन्य छोटे ऐसे प्राणी आते हैं,जिनका शिकार चीता आसानी से कर लेता है. लेकिन यही वह इलाका है,जहां तेंदुओं की संख्या बहुत है. इसलिए इसकी जान को खतरा भी है. हालांकि चीता की मौजूदगी की ये जानकारियां कॉलर आईडी से मिली है. इसलिए वन अमला लगातार ओबान की निगरानी कर पा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चीता को ट्रेंकुलाइज कर कूनो नहीं ले जाया जाएगा,क्योंकि यह उद्यान उस गलियारे का हिस्सा है,जिसे चीता,बाघ और तेंदुओं के लिए विकसित किया जा रहा है. इसे वापस तब भेजा जाएगा,जब यह किसी गांव में उत्पात मचाएगा या उसी के इर्द गिर्द डटा रहेगा. कूनो राष्ट्रीय उद्यान के जिला वन अधिकारी पीके वर्मा का कहना है कि चीता फिलहाल माधव राष्ट्रीय उद्यान के जंगल में है. इसकी निरंतर निगरानी की जा रही है. अभी इसे रेस्क्यू नहीं किया जाएगा. वहां वातावरण इसके अनुकूल है.
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चीता को खुद ही कूनो लौटने का समय दिया जा रहा है
वन कर्मी और वाइल्ड लाइफ के जानकार इस मामले की लगातार निगरानी कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार कोशिश यह है कि चीता को खुद ही कूनो नेशनल पार्क में वापस आने के लिए समय दिया जाए. कूनो से लेकर माधव नेशनल पार्क तक जिस इलाके में ओबान घूम रहा है, वह चीतो के लिए बेहतर है. इसलिए इंतजार किया जा रहा है कि चीता खुद ही अपना ये कॉरीडोर विकसित कर ले.
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