Gwalior Loksabha Seat: लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) को लेकर मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज है. तीसरे चरण के मतदान में 24 घंटे से भी कम वक्त बचा है, लेकिन दलबदल का सिलसिला अभी भी जारी है. ग्वालियर में तीसरे चरण में मतदान किया जाएगा, लेकिन इससे पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
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ग्वालियर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर महेंद्र प्रताप सिंह पाल ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक को अपना समर्थन देते हुए कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली. महेंद्र प्रताप सिंह के कांग्रेस जॉइन करने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं.
क्यों जॉइन की कांग्रेस?
इंजीनियर महेंद्र प्रताप सिंह पाल ने कांग्रेस जॉइन करने और प्रवीण पाठक को समर्थन देने पर कहा," मैं स्वयं पढ़ा लिखा हूं. पाठक भी पढ़े लिखे हैं इसलिए मैंने ग्वालियर के विकास के लिए एक पढ़े लिखे उच्च शिक्षित व्यक्ति को समर्थन दिया है. इंजीनियर महेंद्र प्रताप सिंह ने आगे कहा कि कुशवाह समाज द्वारा, पाल बघेल समाज पर किए जा रहे अत्याचारों से तंग आकर मैंने यह निर्णय लिया है."
निर्दलीय प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह ने प्रवीण पाठक, ग्वालियर पूर्व से विधायक डॉक्टर सतीश सिंह सिकरवार और ग्वालियर ग्रामीण से विधायक साहब सिंह गुर्जर की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की.
कांग्रेस को मिलेगा फायदा?
ग्वालियर से बीजेपी के भारत सिंह कुशवाह और कांग्रेस के प्रवीण पाठक के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. ग्वालियर सीट पर जातिगत समीकरण काफी असर डालते हैं. यही वजह है कि दोनों पार्टियों जातिगत समीकरणों को देखते हुए अपने प्रत्याशी उतारे हैं. अब कांग्रेस ने महेंद्र पालसिंह को अपने पाले में लेकर मास्टर स्ट्रोक चल दिया है. अब देखना होगा कि इस कदम का कितना फायदा कांग्रेस को मिल पाता है.
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