Gwalior News: दादा ने मोबाइल पर प्रेमी से बात करते हुए पोती को पकड़ा तो गंवानी पड़ी जान

हेमंत शर्मा

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Gwalior Crime News: ग्वालियर में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. तीन दिन पहले एक बुजुर्ग की मौत का पुलिस ने खुलासा किया है, जिसे जानकर पुलिस भी हैरान है. पुलिस के मुताबिक, बाबा ने पोती का फोन छीन कर तोड़ दिया, तो पोती को बाबा पर इतना गुस्सा आया कि पहले तो उसने बाबा के लिए गरमा गरम हलवा बनाया और फिर इसी हलवे में नींद की 15 गोलियां मिला दी. बाबा को जब बेहोशी आने लगी तो धक्का देकर बाबा को बक्से में पटक दिया और फिर छाती पर बैठकर अपने ही बाबा का गला दबा दिया. दिल दहलाने वाली यह घटना ग्वालियर के माधवगंज इलाके की है, जहां 16 साल की एक नाबालिक पोती ने अपने ही बाबा की जान ले ली. 

दरअसल इस घटनाक्रम की जानकारी 29 मार्च को पुलिस को मिली थी. माधवगंज थाना पुलिस को सूचना मिली थी की 64 साल के रिटायर्ड होमगार्ड सैनिक रामस्वरूप राठौर की डेड बॉडी उन्हीं के कृष्णा कॉलोनी स्थित घर के एक बक्से में मिली है. सूचना मिलने पर जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो मृतक की पोती पड़ोसी की छत पर छुपी हुई मिली. इस पूरी घटना की जानकारी मृतक रामस्वरूप राठौर के बेटे महेश राठौर ने पुलिस को दी थी. बाबा की लाश बक्से में पड़ी थी और पोती पड़ोसी की छत पर छुपी हुई थी. 

इसलिए प्रथम दृष्टया बाबा की हत्या का पूरा संदेह पोती पर ही था. पुलिस ने पोती को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी. शुरुआती पूछताछ में पोती पुलिस को गुमराह करती रही. वह अपने बाबा की हत्या के मामले में कभी अपने प्रेमी का नाम लेती, तो कभी एक टैक्सी ड्राइवर का नाम लेती. पोती बार-बार अपने बयान बदलती रही और इस वजह से पुलिस भी परेशान हो गई, लेकिन पुलिस ने जब नाबालिग द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंचकर तस्दीक की तो इस बात का खुलासा हो गया. 

बड़ी मुश्किल से कबूल की दादा की हत्या की बात: पुलिस

पोती पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने नाबालिग के मोबाइल की भी जांच करवाई. इन्हीं सब तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने जब नाबालिग से पूछताछ की तो बड़ी मुश्किल से नाबालिग ने अपने बाबा की हत्या की बात को कबूल कर लिया.

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एडिशनल एसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि मृतक रामस्वरूप राठौर की नाबालिक 16 साल की पोती मोबाइल फोन पर किसी से बात किया करती थी और सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया करती थी, इसी बात से उसके बाबा रामस्वरूप राठौर काफी नाराज रहते थे. रामस्वरूप राठौर ने अपनी पोती का मोबाइल फोन छीन कर तोड़ दिया था और अपनी पोती की पिटाई भी कर दी थी, बाबा द्वारा मोबाइल तोड़े जाने से पोती को इतना बुरा लग गया कि उसने मन ही मन में अपने बाबा को खत्म करने की प्लानिंग कर ली.

'हलवा बनाकर उसमें मिला दीं नींद 15 गोलियां'

एडिशनल एसपी ने बताया कि नाबालिग ने पहले नींद की गोलियों का इंतजाम किया और फिर अपने बाबा के लिए गरमा गरम हलवा बनाया. इसी हलवे में उसने 15 नींद की गोलियां मिला दी, फिर इस हलवे को उसने बाबा को खिलाया. हलवा खाते ही रामस्वरूप राठौर को गहरी नींद आने लगी. पहले रामस्वरूप राठौर कुर्सी पर बैठा, लेकिन जब उसे टॉयलेट लगी तो पोती ने सहारा देने के बहाने रामस्वरूप राठौर को धक्का देकर बक्से में पटक दिया और फिर उसकी छाती पर बैठकर अपने ही बाबा का गला दबा दिया. मृतक के गले पर नाबालिक के नाखूनों के निशान भी पाए गए थे.

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प्रेमी को भी बुलाया था: पुलिस

इसके बाद नाबालिग ने बक्से में ताला लगा दिया और खाना खाकर सो गई. तीन दिन तक नाबालिग इस घर में मौजूद रही. वह बराबर बाहर घूमने भी जाती रही और इस दौरान उसने अपने प्रेमी को भी घर में मिलने बुलाया था, लेकिन प्रेमी को उसने अपने बाबा की हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी. उसने अपने प्रेमी के साथ घर से भागने का प्लान भी बनाया था और इसके लिए उसने उसने एक टैक्सी ड्राइवर से भी संपर्क किया था. पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने हत्या के इस मामले में अपने प्रेमी और उस टैक्सी ड्राइवर को भी फसाने की कोशिश की, लेकिन तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझा लिया और आरोपी पोती को गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह विदिशा भेज दिया गया है.

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मृतक होमगार्ड से रिटायर है: ASP

एएसपी निरंजन शर्मा ने कहा, "माधवगंज थाने में महेश राठौर द्वारा अपने पिता रामस्वरूप राठौर की हत्या के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी, उनकी रिपोर्ट के संबंध में माधवगंज पुलिस ने 302 का केस दर्ज किया था. मृतक होमगार्ड से रिटायर्ड है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी के निर्देश पर टीम बनाई गई. बारीकी से विवेचना की गई. इस दौरान नाबालिक पोती से पूछताछ की गई तो यह बात सामने आई की घटना दिनांक को 24 तारीख को दादाजी घर पर आए थे. नाबालिग पोती लगातार सोशल मीडिया और फोन पर बात करती थी. इस वजह से उन्होंने फोन छुड़ाकर जमीन पर पटक दिया था, जिससे वह टूट गया था. एक-दो थप्पड़ भी मार दिए थे.

पोती इस बात से नाराज हो गई और उसने नींद की गोली हलवा में मिलाकर खिला दी. उन्हें बेहोशी की हालत आने लगी तो पलंग पेटी के अंदर गिरा दिया. गर्दन भी दबा दी. यह तथ्य सामने आए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई है. प्रकरण में नाबालिग पोती को गिरफ्तार किया गया. बाल संप्रेषण गृह विदिशा भेज दिया गया.

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