कमलनाथ और दिग्विजय के सबसे खास दीपक सक्सेना ने अचानक कांग्रेस से दिया इस्तीफा, बताया ये कारण

पवन शर्मा

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Deepak Saxena
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 Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस पार्टी को छोड़कर जाने वाले नेताओं का लगातार तांता लगा हुआ है. हर दिन कोई न कोई पुराना कांग्रेसी नेता पार्टी को अलविदा कह रहा है और कांग्रेस पार्टी की मुसीबतें बढ़ा रहा है. इस लिस्ट में अब नया नाम जुड़ा है पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना का. दीपक सक्सेना दो बार कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं और  1974 कांग्रेस पार्टी के साथ काम कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है.

सबसे खास बात यह है कि दीपक सक्सेना को कांग्रेस पार्टी के अंदर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का सबसे करीबी नेताओं में गिना जाता था. कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ संगठन में लंबे समय तक दीपक सक्सेना ने काम किया और कई बड़ी रणनीतियों को अंजाम देने में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की टीम का प्रमुख हिस्से के रूप में दीपक सक्सेना ने काम किया.

दीपक सक्सेना ने अपने त्यागपत्र में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी को संबोधित करते हुए लिखा है कि वे व्यक्तिगत और निजी कारणों से कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं. व्यक्तिगत कारणों की वजह से वे अब कांग्रेस पार्टी के साथ काम नहीं कर सकते हैं और कांग्रेस पार्टी के सभी बड़े नेताओं का उनको पार्टी में इतने लंबे समय तक मौका देने का आभार भी जताया.

ये दीपक सक्सेना के कांग्रेस छोड़ने की वजह

त्याग पत्र देने के बाद अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए दीपक सक्सेना ने भावुक होते हुए कहा कि छोटे पुत्र के भाजपा में जाने से उन्होंने त्याग पत्र दिया है. वहीं उन्होंने आगे कहा, "वे अभी चर्चा करने की स्थिति में नही हैं. वे अगले दो दिनों में मीडिया से चर्चा करेंगे. बता दें कि दीपक सक्सेना सन 74 से कांग्रेस में रहे हैं, जिन्होंने आज कांग्रेस का दामन छोड दिया. वहीं दीपक सक्सेना के बड़े बेटे भोपाल में आज शाम भाजपा की सदस्यता लेंगे. पत्र में दीपक सक्सेना ने लिखा कि वर्तमान परिस्थितियों में मैं अपने दायित्वों का निर्वहन नही कर सकूंगा, जिसके कारण मैं विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहा हूं."

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कौन हैं दीपक सक्सेना?

दीपक सक्सेना 1974 से कांग्रेस के सदस्य थे. सात बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में दिग्विजय सिंह के साथ पांच साल तक सह सचिव पद पर रहे. व्यक्तिगत परेशानियों को कारण बताकर कांग्रेस पार्टी से दे दिया त्यागपत्र. पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं. दो बार मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के अंदर संगठन स्तर पर कई बड़ी जिम्मेदारियों को दीपक सक्सेना निभा चुके हैं. उनका इस तरह से कांग्रेस पार्टी को छोड़ना एक बड़ा झटका माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी शेष बची 18 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करने ही वाली है और उससे पहले दीपक सक्सेना का इस्तीफा हो जाना पार्टी के लिए बड़ी परेशानी बताया जा रहा है.

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