MP NEWS: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सोमवार सुबह 11 बजे छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम मंदिर पर पहुंचे. कमलनाथ हैलीकॉप्टर से बागेश्वर धाम पहुंचे जहां उनके हैलीकॉप्टर को उतारने के लिए जिला प्रशासन ने हैलीपेड बनाया हुआ था. कमलनाथ ने मंदिर में आकर मत्था टेका और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की विजय की कामना की. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के कई दिग्गज नेता साथ में दिखे. दर्शन करने के बाद मीडिया ने जब उनसे पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के अभियान को लेकर सवाल किया तो कमलनाथ बोले, ‘भारत संविधान से चलेगा’.
बागेश्वर धाम में 13 फरवरी से 19 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें हर दिन अलग-अलग धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे. महाकुंभ के पहले दिन कमलनाथ बागेश्वर धाम पहुंचे हैं. महाकुंभ के अंतिम दिन यानी 19 फरवरी को सीएम शिवराज सिंह चौहान बागेश्वर धाम पहुंचेंगे.
सीएम शिवराज सिंह चौहान यहां पर 121 गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में वे शामिल होंगे. बागेश्वर धाम के महंत पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि इस महाकुंभ में शामिल होने के लिए विदेशों से भी मेहमान आने वाले हैं. कमलनाथ के बागेश्वर धाम पहुंचने पर काफी गहमागहमी धाम परिसर में रही.
हिंदू राष्ट्र के अभियान पर कमलनाथ ने संविधान याद दिलाया
पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी कथाओं और प्रवचनों के दौरान कई बार कह चुके हैं कि वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं और एक दिन भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा. इसे लेकर मीडिया ने कमलनाथ से भी सवाल पूछा तो कमलनाथ बार-बार डॉ. भीमराव आंबेडकर और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की याद दिलाने लगे और कहते रहे कि इस देश का अपना संविधान है और भारत अपने संविधान के अनुसार ही चलेगा.
मौलाना मदनी को वीडी शर्मा का जवाब ‘वह भारत में रहते हैं, किसी अरब देश में नहीं’
कमलनाथ के साथ दिखे अरुण यादव
कमलनाथ बागेश्वर धाम अकेले नहीं पहुंचे हैं. उनके साथ पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव भी पहुंचे हैं. उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व अरुण यादव ने MP Tak को दिए इंटरव्यू में कहा था कि कांग्रेस में वर्तमान में कोई भी सीएम पद का उम्मीदवार नहीं है. इसका फैसला चुनाव के बाद आने वाले परिणामों को देखकर किया जाएगा. अरुण यादव के इस इंटरव्यू ने पूरे प्रदेश में कांग्रेस की राजनीति की दिशा बदल दी और कमलनाथ को हर जगह कहना पड़ गया कि वे सीएम पद के उम्मीदवार नहीं है और उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है. अरुण यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस में गुटबाजी की बातें फिर से उठने लगी थीं. लेकिन बागेश्वर धाम मंदिर परिसर में कमलनाथ और अरुण यादव एक साथ दिखे. इनके साथ में पूर्व मंत्री और कमलनाथ के कट्टर समर्थक सज्जन सिंह वर्मा भी साथ में पहुंचे हैं.