कटनी में मीजल्स और चिकन पॉक्स का बरपा प्रकोप, डेढ़ साल के मासूम की मौत, चपेट में कई गांव
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![कटनी में मीजल्स और चिकन पॉक्स का बरपा प्रकोप, डेढ़ साल के मासूम की मौत, चपेट में कई गांव measles virus Outbreak of measles and chicken pox in Katni, death of one and a half year old innocent, many villages in grip](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/mptak/images/story/202304/katni-news-768x432.jpg?size=948:533)
Katni News: कटनी जिले में तीन गांव से मिजल्स वायरस और चिकन पॉक्स के मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. जिले के ढीमरखेड़ा ब्लॉक के तीन गांव खाम्हा, दशरमन और उरवाड़ी में रहने वाले लोगो में मिजल्स वायरस और चिकन पॉक्स के लक्षण देखे जा रहे है. बीमार होने वालों में ज्यादातर बच्चे बताए जा रहे हैं. जिसमें से गुरुवार को एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है. मरीज मिलने के तुरंत बाद ही प्रशासन पूरी तरह एक्टिव हो चुका है.
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में मिजल्स वायरल फैला हुआ है. जिसकी जद में आए बच्चों से लेकर बुजुर्गो को तेज बुखार समेत लाल चकत्ते दाने और खुजली जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते डेढ़ वर्षीय अंशुल पटेल की मौत होना बताया गया. उन्हे इतना भी मौका नही मिला की मासूम अंशुल को हॉस्पिटल ले जा पांए उससे पहले ही बेटे ने अपने प्राण त्याग दिए.
जानकारी लगते ही रात में गांव पहुंचे कलेक्टर
गुरुवार को जानकारी सामने आने के बाद आधी रात को ही जिला कलेक्टर ने स्वास्थ अमले को लेकर क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा लिया. इस दौरान प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों से बात की और बीमार लोगों के ब्लड सेंपल लिए गए. जिन्हें जांच के लिए ICMR भेजा जा रहा है. स्वास्थ विभाग की टीम पूरे गांव में घर घर जाकर सर्वे कर रही है, और बीमार लोगों को समुचित इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है.
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कलेक्टर बोले रिपोर्ट के बाद वायरस का पता चलेगा
कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद ने बताया की कटनी की स्वास्थ विभाग की टीम रात से ही तीनो गांव में लगी हुई है. अभी ये कहना मुश्किल है कि मिजल्स वायरस है या चिकन पॉक्स है. पर लक्षण और संभावना ये ही है, इसमें 70 से अधिक संख्या में लोग आए हैं. जिसमे ज्यादातर बच्चे प्रभावित है. सभी के ब्लड सैंपल ICMR को भेजे जा रहे हैं. जहां से दो हफ्ते बाद ब्लड की रिपोर्ट आयेगी. तब ये पुष्टि हो पाएगी की किस रोग से पीड़ित थे.
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गांव में स्वास्थ्य विभाग 10 टीमें तैनात
अभी सभी को उपचार देने की जरूरत है. अभी तीनो गांव में स्वास्थ विभाग की दस टीमें काम कर रही है. और घर घर जाकर सर्वे किया जा रहा है की कोई मिजल्स या चिकन पॉक्स की चपेट में तो नही है इस बीमारी से बचाव को लेकर जो प्रोटोकाल है उसे अपनाया जा रहा है. वही अभी जिस बच्चे की मृत्यु हुई है. स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि मृत्यु चिकन पॉक्स या मिजल्स वायरस से हुई है.
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