14 सेकेंड में सिर पर बांध दिया साफा, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा
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MP News: बैतूल के आदित्य पचौली ने सबसे तेज साफा बांधने का रिकॉर्ड दर्ज कराने के लिए अटेंप्ट किया. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 सेकेंड के अंदर साफा बांधना था, लेकिन आदित्य ने इस टास्क को 14 सेकेंड में ही पूरा कर दिया. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अभी तक सबसे तेज साफा बांधने का रिकॉर्ड नहीं है. इसे दर्ज कराने के लिए अटेंप्ट किया गया है. हालांकि इससे पहले भी आदित्य का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जा चुका है.
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए बैतूल के आदित्य पचौली ने चंद सेकेंड में साफा बांध दिया. टाइम कीपर बलदेव अरोरा और डॉ.अभिनीत सरसोदे की उपस्थिति में टाइमर के अनुसार एक व्यक्ति के सिर पर मात्र 14 सेकंड 41 माईक्रो सेंकंड में साफा बांध दिया. इतनी तेजी से साफा बंधता देखकर हर कोई हैरान रह गया और लोगों ने तालियां बजाकर आदित्य का उत्साहवर्धन किया.
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पेशे से वकील, 15 साल से बांध रहे साफा
आदित्य पेशे से वकील हैं. 15 साल से साफा बंधने का काम कर रहे वकील आदित्य पचौली ने सबसे तेज साफा बांधने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में एप्लाई किया था. जिसका रविवार को अटेम्पट किया है. आदित्य पचौली ने मात्र 14 सेकंड 41 माइक्रो सेकंड में एक व्यक्ति के सिर पर सबसे तेज साफा बांधने का रिकॉर्ड कायम कर, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा है. बैतूल के क्षत्रपति शिवाजी आडिटोरियम में उन्होंने यह अटेम्पट किया. जिसमें सबसे पहले मेजरमेंट सर्वेयर इंजीनियर प्रखर पगारिया ने साफा बांधने वाले कपड़े का मेजरमेंट किया. इस कपड़े की लंबाई 4.25 मीटर और चौड़ाई 1 मीटर थी.
पहले भी बन चुका है रिकॉर्ड
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए ये आदित्य का दूसरा अटेंप्ट है. आदित्य पचौली ने इसके पहले भी एक रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया था. उन्होंने 750 लीटर पानी की टंकी पर 132.28 मीटर लंबाई और 261 मीटर चौड़ाई के कपड़े का उपयोग कर साफा बांधा था. यह साफा 39 मिनट 4 सेकंड में बांधा गया था. इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक में दर्ज कराया गया है. इस बार सबसे तेज साफा बांधने के रिकॉर्ड के लिए अटेंप्ट किया गया है. इस पल के गवाह के रूप में राजेश वडिय़ालकर और अधिवक्ता नीरज गिरी उपस्थित थे. इस पूरे अटेम्प्ट फोटोग्राफर रानू हजारे ने कैमरे में कैद किया. पूरे अटेम्प्ट को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के द्वारा भेजे गए मापदण्ड के तहत पूरा किया.
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