Indore News: इंदौर के महू में हुई आदिवासी महिला की मौत से उठे बवंडर में एक व्यक्ति जान से हाथ धो बैठा. पुलिस से मुठभेड़ में जान गंवाने वाले भेरू सिंह के शव का पुलिस की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान इंदौर कलेक्टर भी मृतक भेरू सिंह के घर पहुंचे और परिजनों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. कलेक्टर ने परिजनों को 10 लाख की सहायता राशि का चेक भी सौंपा है.
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इंदौर जिले में महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र में आदिवासी महिला की मौत पर शुरू हुआ वबाल थमने का नाम नहीं ले रहा था. डोंगर गांव चौकी पर कल ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई. इस उपद्रव में सात पुलिस कर्मी घायल हो गए थे, वहीं चार आदिवासी भी मुठभेड़ में घायल हुए थे. पुलिस को मजबूरन फायरिंग करनी पड़ी. इस फायरिंग में एक आदिवासी की मौत हो गई. इसके बाद से ही स्थिति को कंट्रोल करने हेतु ग्रामीण क्षेत्र में धारा 144, लगाई गई है.
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कलेक्टर ने दिया मदद का आश्वासन
इंदौर कलेक्टर इलैया टी राजा मृतक के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिवार को 10 लाख की सहायता राशि का चेक भी दिया. कलेक्टर ने कहा कि अभी हमने उनकी आर्थिक मदद की है और आगे भी उनके परिवार का सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा. उनके दूसरे बेटे की पढ़ाई का खर्च भी शासन उठाएगा. कलेक्टर ने कहा अभी इलाके में शांति है. कलेक्टर ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए परिवार को मदद का आश्वासन दिया.उन्होंने परिवार की मदद के लिए अपना मोबाइल नंबर भी दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल ग्रामीण मृतक आदिवासी महिला की संदिग्ध मौत के बाद डोंगरगांव पुलिस चौकी के सामने प्रदर्शन कर रहे थे. उनका आरोप था कि युवती की मौत एक दबंग युवक की प्रताड़ना के कारण हुई है. परिजन ने पुलिस पर मामला दबाने का आरोप भी लगाया. इसी को लेकर मृतिका के परिजनों से उसकी लाश को रखकर पुलिस चौकी सामने प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया था. इसके बाद दोनों पक्षों की मुठभेड़ के बीच पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें आदिवासी युवक की मौत हो गई.
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