पूर्व मंत्री दीपक जोशी बीजेपी से खफा, अब थामेंगे इस पार्टी का हाथ? CM शिवराज पर लगाए गंभीर आरोप

सुमित पांडेय

02 May 2023 (अपडेटेड: May 2 2023 1:05 PM)

Deepak Joshi: पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाॅइन करने जा रहे हैं. उन्होंने बीजेपी संगठन से मिलने और बात रखने की बात का खंडन करते हुए कहा कि अब वह भाजपा छोड़ चुके हैं. MP Tak से खास बातचीत में उन्होंने साफ किया कि वह […]

Deepak Joshi MP BJP, MP Congress CM Shivraj

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Deepak Joshi: पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाॅइन करने जा रहे हैं. उन्होंने बीजेपी संगठन से मिलने और बात रखने की बात का खंडन करते हुए कहा कि अब वह भाजपा छोड़ चुके हैं. MP Tak से खास बातचीत में उन्होंने साफ किया कि वह 6 मई को भोपाल जाएंगे, लेकिन भाजपा नहीं, बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी के पास जाएंगे. बीजेपी के दरवाजे से निकलकर उनके दरवाजे पर जाएंगे. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने ये भी बताया कि वह क्यों कमलनाथ को पसंद करते हैं.

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विधानसभा चुनाव से पहले दीपक जोशी के बीजेपी छोड़ कांग्रेस में जाने के संकेत को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. बता दें कि दीपक जोशी सोमवार को कहा था कि अब जहां उन्हें सम्मान मिलेगा, वहीं जाएंगे. जो उन्हें सहारा देगा, उनके साथ जाएंगे. हालांकि मंगलवार को खबर ऐसी भी आई कि वह 6 मई को भोपाल जाकर बीजेपी संगठन से बात करेंगे. MP Tak से खास बातचीत में इस बात का खंडन करते हुए बताया कि कल जो खबरें लगी हैं, वह गलत लगाई गई हैं. दीपक जोशी ने कहा-

हमारा संगठन छूट गया, तभी तो हम दूसरे संगठन में जाएंगे. बीजेपी छोड़ रहे हैं. बीजेपी संगठन से बहुत लोगों के फोन आए, लेकिन अब कोई फायदा नहीं है, हर बार एक ही बात दोहराई जा रही है.

बोले- इसलिए पसंद हैं कमलनाथ
पूर्व मंत्री जोशी ने कहा- “कमलनाथ जी को इसलिए पसंद करता हूं क्योंकि मेरे पूज्य पिता जी (पूर्व सीएम स्वर्गीय कैलाश जोशी) के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए तीन मिनट में जमीन दे दी थी और शिवराज सिंह चौहान ने सीएम रहते हुए 30 महीने में स्मारक नहीं बनवा पाए, वहां पर खंडहर जैसा बना हुआ है. एक मूर्ति बनी है और बाकी खंडहर खड़ा है.”

जोशी ने कहा- “पिता जी भोपाल के दो बार सांसद थे, सीएम रहे हैं. क्या भोपाल में उनका नाम नहीं होना चाहिए. लेकिन है भोपाल में उनके नाम पर क्या है?. देवास अस्पताल के लिए 7 दिन अनशन किया था, देवास में उनका नाम नहीं होना चाहिए. क्यों सीएम साहब पर्सनली ऐसा कर रहे हैं. कैलाश जोशी जी ने उन्हें अध्यक्ष पद में हरवा दिया था, क्या इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं. सन 2000 में विक्रम वर्मा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव में हरा दिया था. क्या पता क्या है उनके (शिवराज सिंह चौहान) दिमाग में.”

मुझसे पार्टी छुड़ाई गई है… दीपक जोशी

दीपक जोशी ने कहा कि मेरे पिता कैलाश जोशी जी की ईमानदार की विरासत रही है, लेकिन उनके क्षेत्र में 17 कराेड़ का घोटाला हुआ है और ढाई साल से चिल्ला चिल्लाकर परेशान हो गया हूं, लेकिन कार्रवाई तो दूर किसी ने बात ही नहीं सुनी है.

क्या है शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में हारने का किस्सा?
बीजेपी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का नाम केंद्रीय नेतृत्व ही तय करता है या तय होता है. वर्ष 2000 में केंद्रीय नेतृत्व ने विक्रम वर्मा का नाम एमपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए तय कर दिया था, तब कुशाभाऊ ठाकरे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. चुनाव के दिन वर्मा के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान ने भी नामांकन दाखिल कर दिया. वर्मा का समर्थन कैलाश जोशी भी दे रहे थे, वहीं पटवा खेमे के उम्मीदवार चौहान ने नाम वापस नहीं लिया. मतदान की नौबत आ गई. वर्मा को दो सौ वोट ज्यादा मिले और चौहान सौ से भी कम वोट हासिल कर पाए. वर्मा प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए. बाद में शिवराज राष्ट्रीय महासचिव बना दिए गए.

बीजेपी से तीन बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं दीपक
दीपक जोशी तीन बार के बीजेपी से विधायक रह चुके हैं. वह पहली बार साल 2003 में विधायक बने थे. इसके बाद 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की थी. उन्हें शिवराज सरकार में मंत्री बनाया गया था. 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी मनोज चौधरी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. लेकिन मार्च 2020 में जब सिंधिया समर्थक विधायकों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा तो उसी दौरान दीपक जोशी को चुनाव हराने वाले मनोज चौधरी भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए. ऐसे में मनोज चौधरी को फिर से हाटपिपल्या से बीजेपी ने टिकट दे दिया.

पिता कैलाश जाेशी रहे एमपी के सीएम
दीपक जोशी के पिता कैलाश जोशी 1977-78 में मध्यप्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने थे. कैलाश जोशी 8 बार विधायक और 2 बार लोकसभा सदस्य और एक बार राज्यसभा सदस्य चुने गए थे. देवास जिले की राजनीति में जोशी परिवार की भूमिका अहम मानी जाती है.

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इनपुट- देवास से शकील खान

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