Morena News: मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम शनिवार को मुरैना पहुंचे थे. यहां पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि चाहे विधानसभा हो या लोकसभा उसे शांति का टापू नहीं कह सकते, लेकिन विधानसभा का अध्यक्ष होने के नाते या विधायक-सांसद होने के नाते ये हमारी जिम्मेदारी है कि उसे हम बाजार भी नहीं बनने देंगे. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन को भी सही ठहराया.
दरअसल शनिवार को मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम मुरैना पहुंचे थे. यहां वे अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के चेयरमैन रघुराज कंसाना के निवास पर पहुंचे थे. यहीं पर उन्होंने पत्रकारों से भी चर्चा की. पत्रकारों ने जब जीतू पटवारी के निलंबन के बारे में सवाल किया तो उन्होंने निलंबन को सही ठहराते हुए कहा कि उनकी कार्रवाई इतनी अच्छी होती तो उनकी पार्टी ने उनका साथ क्यों नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि सत्र समाप्ति तक किसी भी कांग्रेस विधायक ने यह प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं किया कि उनका निलंबन वापस लिया जाए. डॉ नरोत्तम मिश्रा और सज्जन सिंह के बारे में उन्होंने बयान देते हुए कहा कि दोनों का मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है और समिति उस पर विचार करेगी. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा में चलने वाली कार्यवाही के दौरान होने वाले हंगामे पर कहा कि चाहे विधानसभा हो या लोकसभा, उसे हम शांति का टापू नहीं कह सकते. लेकिन उसे हम बाजार भी नहीं बनने देंगे. उन्होंने कहा कि किसी को इतनी छूट नहीं दी जा सकती है कि जिसकी जो तबीयत आएगी वह बोलेगा.
सड़क की भाषा सदन में नहीं चलेगी- विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विधायक जीतू पटवारी के निलंबन के संबंध में कहा कि यदि आप सड़क की भाषा का इस्तेमाल सदन में करेंगे तो हम कार्रवाई करेंगे. ये हमारी जिम्मेदारी है कि सदन का संचालन नियमों के तहत हो. कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है. इसलिए जीतू पटवारी के निलंबन की कार्रवाई पूरी तरह से सही थी. विधानसभा अध्यक्ष ग्वालियर भी पहुंचे और ब्राह्मण समाज के कार्यक्रम में भी शामिल हुए.
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