घोड़ी पर बैठकर शादी करने निकली दुल्हन, आगे-पीछे नाचे बाराती; सुर्खियों में छाई ये अनोखी शादी
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Madhya Pradesh: आपने अक्सर लड़कों को घोड़ी पर बैठकर बारात निकालते हुए देखा होगा, लेकिन बुरहानपुर में अनोखा मामला सामने आया है. जहां एक (दलित) बौद्ध समाज की बेटी की घोड़ी पर बैठाकर बारात निकाली गई. ढोल ढमाके के साथ निकाली गई इस बारात में दुल्हन की घोड़ी के आगे बाराती नाचते हुए नजर आए. ये शादी और दुल्हन की ऐसी खास एंट्री चर्चा में बनी हुई है.
बुरहानपुर बस स्टैंड निवासी मीना निकम का विवाह बुरहानपुर निवासी कपिल सपकाडे के साथ हुआ. मीना की ख्वाहिश थी कि उसे घोड़ी पर बैठाकर उसकी बारात निकाली जाए. बेटी की इसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए परिजनों ने इसी मीना के लिए भी घोड़ी का इंतजाम किया और धूमधाम से बारात निकाली.
तलवार लिए घोड़ी पर बैठी दुल्हन
हाथ में तलवार और घोड़ी पर बैठी मीना झांसी की रानी की तरह लग रही थी. दूल्हा और दुल्हन दोनों ही अलग-अलग घोड़ियों पर सवार होकर निकले. जिनके आगे पीछे बाराती नाच रहे थे. इस दौरान दूल्हा और दुल्हन ने भी जमकर डीजे पर डांस किया. मीना की शुरू से ही इच्छा थी कि वह बरात में दूल्हे के साथ स्वयं भी घोड़ी पर बारातियों के साथ निकले और उनकी इच्छा उनके परिजनों ने पूरी की. ससुराल वाले भी इस दौरान काफी खुश नजर आए.
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समाज में समानता का संदेश
ये अनोखी शादी चर्चा में बनी हुई है. दुल्हन मीना के परिजनों का कहना है कि ये समाज में समानता का भी संदेश है. जहां बेटा और बेटियों में फर्क किया जाता है, वहीं लड़की का बारात निकालना अनोखी बात है. दुल्हन के परिजनों का कहना है कि हम लड़का और लड़की को एक समान मानते हैं, उनमें किसी तरह का भेद नहीं होना चाहिए, दुल्हन की बारात भी समानता का एक संदेश है.
मीना की शादी में उनके पूरे परिवार ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. विवाह पर उनके उनकी माता सकुंतला पति शांतिलाल निकम उनकी बड़ी बहन राधा गुर्जर, व जीजा जगदीश गुर्जर, भाई नरेंद्र निकम भांजी खुशी गुर्जर, भांजा हैप्पी गुर्जर, मामा जगन तायडे और समाज जनों ने उन्हें बधाई दी.
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