Lok Sabha Election: जबलपुर में नामांकन करने पहुंचे प्रत्याशी की वजह से क्यों परेशान हो गए अफसर?
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देश में 102 लोकसभा सीटों पर जहां प्रथम चरण में चुनाव होने हैं, वहां पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश की संस्कार धानी कहे जाने वाले शहर जबलपुर संसदीय सीट पर निर्वाचन के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई.
Lok Sabha Elections 2024: देश में 102 लोकसभा सीटों पर जहां प्रथम चरण में चुनाव होने हैं, वहां पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश की संस्कार धानी कहे जाने वाले शहर जबलपुर संसदीय सीट पर निर्वाचन के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. हालांकि, पहले दिन किसी भी उम्मीदवार में अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है.
लेकिन एक निर्दलीय प्रत्याशी की वजह से जिला निर्वाचन कार्यालय के अधिकारी हलाकान हो गए. जबलपुर संसदीय सीट से भाग्य आजमाने के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार 25 हजार की जमानत की राशि दो, पांच और दस रुपए के सिक्के के रूप में लेकर पहुंच गया था.
जमानत राशि के तौर पर रख दी पोटली
दरअसल, निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन कराने पहुंचे विनय चक्रवर्ती ने जब निर्वाचन कार्यालय में जमानत राशि के रूप में एक पोटली रख दी तो सभी चौंक गए. अधिकारियों ने जब इस पोटली को खोलकर देखा तो उसमें दो, पांच और दस रुपये के सिक्के थे. विनय चक्रवर्ती ने कहा कि नामांकन के लिए जमानत राशि जमा करने में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे सिक्के लेकर आना पड़ा.
बताया जाता है कि 25 हजार रुपये के सिक्के गिनने में अधिकारियों को बहुत समय लग गया. इसे लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय में काफी देर तक गहमागहमी भी बनी हुई थी. हालांकि अधिकारियों ने सिक्के गिरने के बाद विनय चक्रवर्ती को नामांकन पत्र का सेट जारी कर दिया.
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लोग मीडिया फुटेज के लिए ऐसा करते हैं: कलेक्टर
जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि विनय चक्रवर्ती ने नामांकन पत्र लेते वक्त दो,पांच और दस हजार रुपये जमानत के तौर पर जमा किये. वैध मुद्रा होने के कारण सिक्के गिनने के बाद नामांकन पत्र दे दिया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन को परेशान करती हैं. लोग मीडिया फुटेज के लिए ऐसे लोग आते हैं. उन्हें सोचना चाहिए कि हमारे अधिकारी-कर्मचारी लगातार काम करते हैं.
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