CM शिवराज और कमलनाथ फिर आमने-सामने, एक दूसरे से पूछे सवाल, जवाब का इंतजार

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MP POLITICAL NEWS: सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर अपने-अपने सवालों को लेकर मीडिया के सामने आए. सोमवार को भी सीएम शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ ने एक दूसरे से जनता को किए गए वादों को लेकर सवाल किए. लेकिन जवाब दोनों ही तरफ से नहीं आए. सीएम शिवराज ने आदिवासियों को दी जाने वाली सुविधा को लेकर सवाल किया तो वहीं कमलनाथ ने गाय और गोकुल मिशन को लेकर सवाल किया.

कमलनाथ ने ट्वीट कर सीएम शिवराज सिंह चौहान से कहा ‘धरमु न दूसर सत्य समाना, आगम निगम पुरान बखाना. शिवराज जी फिर आप सत्य विमुख हैं. आपने तो गौमाता के नाम पर भी झूठ बोला है. भाजपा के घोषणापत्र में आपने वादा किया था, कि स्वदेशी नस्लों के संरक्षण और प्रचार के लिए प्रदेश में राष्ट्रीय गोकुल मिशन की तर्ज पर 50 गोकुल ग्रामों का विकास अगले पाँच सालों में किया जाएगा. जवाब दीजिए कहाँ हैं ये गोकुल ग्राम?. गौमाता से असत्य बोलने के बाद आपको तीनों लोक में कहां शरण मिलेगी शिवराज जी’!

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कमलनाथ ने बंद करा दिया था आदिवासियों का सहायता अनुदान- शिवराज सिंह चौहान 
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया, ‘कमलनाथ जी से पूछेंगे कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार की योजनाएं जो 2018 तक चलती थी, उनमें से एक योजना थी “हमारी भारिया सहरिया और बेगा बहनों को ₹1000 की राशि प्रति माह देने की”. इस योजना का मकसद था कि आदिवासी बहनों को घर की जरूरी आवश्यकताएं, विशेषकर बच्चों के पोषण के लिए फल,, सब्जी, दालें, किराने का सामान खरीदने में मदद मिल जाए.

लेकिन 15 महीना कमलनाथ जी आपने अति पिछड़ी जनजातियों बेगा,भरिया, सहरिया की बहनों से उनका ये हक छीना और 1000 रुपए प्रतिमाह इनको देने की योजना बंद करा दी और आपने 15 महीने तक आदिवासी बहनों को इससे वंचित रखा. जब हमारी सरकार आई तो फिर हमने वह पैसा उनके खाते में डालना शुरू किया. कमलनाथ जी बेगा भारिया और सहरिया बहनों ने आपका क्या बिगाड़ा था’?

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सीएम ने बोला, ‘कांग्रेस फिर से तैयार कर रही झूठ पत्र’
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘कल फिर से वचन पत्र की बैठक हुई. वो वचन पत्र की बैठक नहीं है,फिर से महा झूठ पत्र बन रहा है. क्योंकि पिछली बार जो कुछ कहा, उसको किया नहीं. अब फिर से एक और झूठ पत्र तैयार किया जा रहा है. जिसमें जो मन आए, उसे ये लोग जोड़ देंगे. क्योंकि इनको कोई वचन पूरा तो करना नहीं है. जनता इस झूठ को जानती है और इस झूठ पर भरोसा नहीं करेगी’.

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