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अमीर घर के बेटे से लिखवाते हो निबंध! पुणे हिट & रन केस में PM पर राहुल गांधी की तल्ख टिप्पणी

एमपी तक

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राहुल गांधी ने पुणे हिट एंड रन केस मामले में बयान दिया है.
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Rahul Gandhi on Pune Hit and Run Case: पुणे हिट एंड रन केस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहली बार बयान दिया है. उन्होंने तल्ख अंदाज में कहा कि अमीर घर का बेटा पोर्श कार से दो लोगों की हत्या कर देता है और उसे कहा जाता है निबंध लिख दो, लेकिन बस और ट्रक ड्राइवरों से निबंध क्यों नहीं लिखवाया जाता है, उन्हें तो 10 साल की सजा हो जाती है. राहुल गांधी ने इस केस में पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.

बता दें कि पुणे में नशे में धुत एक अमीर कारोबारी के नाबालिग बेटे ने महंगी पोर्श कार से एमपी के एक लड़का और लड़की को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. दोनों युवा जबलपुर के थे और सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. इस मामले में विवाद तब शुरू हुआ, जब लोअर कोर्ट ने नाबालिग आरोपी से कहा कि निबंध लिख दो और इसके बाद उसे जमानत दे दी, इस फैसले के खिलाफ पीड़ितों के परिजनों ने गहरा आक्रोश है. अब इस मामले में हर जगह विरोध हो रहा है.

राहुल गांधी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट किया-

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- "बस ड्राइवर्स ट्रक ड्राइवर, ओला उबर और ऑटो ड्राइवर अगर गलती से किसी को मार देते हैं तो उन्हें 10 साल की सजा हो जाती है और चाबी उठाकर फेंक देते हैं. लेकिन अगर अमीर घर का 16-17 साल का बेटा पोर्श कार शराब पीकर चलाता है और दो लोगों की हत्या कर देता है तो उसे कहा जाता है कि निबंध लिख देता है." 

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राहुल गांधी ने आगे कहा- "एसे  या निबंध ओला-ऑटो और उबर ड्राइवर से क्यों नहीं लिखवाते हैं. ट्रक, बस ड्राइवर से क्यों नहीं लिखवाते हैं? नरेंद्र मोदी से पूछा गया कि दो हिंदुस्तान बन रहे हैं, एक अरबपतियों का, एक गरीबों का, उनका जवाब आता है कि क्या मैं सबको गरीब बना दूं? सवाल ये नहीं है, सवाल न्याय का है, न्याय अमीरों और गरीबों को सबके लिए एक होना चाहिए. हम इसी के लिए लड़ रहे हैं. अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं."

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NCP के विधायक ने दी आरोप लगने पर सफाई 

पुणे केस में ताजा अपडेट सामने आया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के विधायक सुनील तिंगरे 19 तारीख की रात को येरवडा पुलिस स्टेशन में मौजूद थे. विपक्ष के मुताबिक टिंगरे पुलिस पर दबाव बना रहे थे. इस पर विधायक तिगरे ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि सुबह 3:21 बजे मेरे पीए से फोन आया कि बड़ा हादसा हो गया है. इसके बाद कई कार्यकर्ताओं और विशाल अग्रवाल के पास भी फोन आया कि मेरे बेटे को कुछ लोगों ने पीटा है. मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा. फिर पुलिस ने मुझे सूचना दी. इसके बाद मैंने पुलिस से कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा. मैंने मृतक के परिजनों से भी बात की.

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राजनीति में आने से पहले विशाल अग्रवाल के साथ करता था काम: MLA

मैंने हमेशा पब और बार के खिलाफ स्टैंड लिया है. राजनीतिक क्षेत्र में आने से पहले मैं विशाल अग्रवाल के साथ काम करता था. यही उनके और मेरे बीच का रिश्ता है. मैंने मृतक के परिजनों की मदद की. मैं थाने के सीसीटीवी फुटेज खोलने की मांग करता हूं.'

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इस वजह से केस की देशभर में चर्चा 

दरअसल, दोनों मृतक मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. आरोपी रईशजादा शराब के नशे में चूर था. दो करोड़ की पोर्श कार लेकर लगभग 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चला रहा था. लेकिन जब पुलिस ने आरोपी को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट ने इसे इतना हल्के में लिया कि आरोपी को 14 घंटे के अंदर ही जमानत दे दी.

लोग तब आश्चर्य में रह गए जब कोर्ट ने आरोपी युवक को कहा कि सड़क दुर्घटना के प्रभाव और उनके समाधान विषय पर 300 शब्दों में निबंध लिख दीजिए. ऐसी शर्त लगाकर नाबालिग युवक को लोअर कोर्ट ने जमानत दे दी है, जिसे जानकर हर तरफ लोग बेहद नाराज हैं. 

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