Neemach news: जिले में जल संसाधन विभाग ने बाणदा गांव के पास बांध निर्माण का काम दो माह पहले ही शुरू किया था. इस बांध निर्माण से बाणदा और आसपास के गांव डूब क्षेत्र में आएगें. इससे ग्रामीणों को घर और जमीन छीन जाने का डर है. इस कारण गांव के लोग शुरूआत से ही इस बांध का विरोध कर रहे हैं. एक माह पूर्व सिंगोली में आदिवासी समाज ने महासभा आयोजित कर प्रशासन से बांध निर्माण बंद करने की मांग की थी, लेकिन एक दिन पूर्व ही यहां हालात बिगड़ गए. लोगों ने सुपरवाइजर से भी बदतमीजी करते हुए उसकी गर्दन पर तलवार रख दी थी । और जल संसाधन विभाग के SDO की गाड़ी के कांच भी फोड़ दिये.
जानकारी के मुताबिक सिंगोली रतनगढ़ के बीच बाणदा गांव के पास पहाड़ियों में बांध निर्माण का काम किया जा रहा है. निर्माण कार्य का विरोध आसपास के आदिवासियों द्वारा किया जा रहा है. मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने निर्माण स्थल पहुंचकर काम बंद करवा दिया. इसके अलावा ग्रामीणों ने ठेकेदार के सुपरवाइजर की गर्दन पर तलवार रख दी. जल संसाधन विभाग के एसडीओ वहां पहुंचे ताे उनकी गाड़ी के कांच फोड़ डाले. अधिकारियों ने निर्माण कार्य बंद कर रतनगढ़ थाने पर शिकायत दर्ज करवाई है
बाणदा बांध मामले में थाना प्रभारी शिव कुमार यादव ने बताया कि जल संसाधन विभाग द्वारा ग्रामीणों के खिलाफ़ आवेदन दिया है गया है. मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगामी कार्रवाई की जाएगी.
ग्रामीणों को घर जमीन डूबने का डर
इस मामले में आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को निर्माण स्थल पहुंच जमकर विरोध किया. ग्रामीणों ने ठेकेदार के कर्मचारियों व अधिकारियों को निर्माण कार्य बंद करने की बात कही लेकिन निर्माण बंद नहीं करने पर कुछ लोगों ने ठेकेदार के सुपरवाइजर की गर्दन पर तलवार रख दी. इससे ठेकेदार के मजदूर डर गए और काम बंद कर भाग गए. ग्रामीणों को डर है कि बांध के निर्माण से उनके घर जमीन सब डूब जाएंगे. हमने जहां अपना सबकुछ तैयार किया बचपन से लेकर बुढ़ापा तक हम उसको कैसे छोड़ के जाएं.
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