लोकसभा चुनाव में हार पर एक बार फिर छलका सिधिंया का दर्द, कह दी बड़ी बात
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Ashoknagar News: ज्योतिरादित्य सिंधिया एक दिवसीय दौरे पर अशोकनगर जिले में आए थे. यहां उन्होंने अशोक नगर के एक जैन समाज के कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां पर सिंधिया ने संतों की तरह भाषण दिया. लोगों को अहिंसा व ज्ञान का पाठ पढ़ाने लगे तो वहीं सिंधिया ने मंच से कहा कि आजकल टेक्नोलॉजी का जमाना बढ़ गया , हम अब टेक्नोलॉजी के हम नौकर बन गए है. सिंधिया ने मोबाइल को डब्बा बताया, पहले डब्बा नही थे, तब जीवन बहुत अच्छा था. इन डब्बो के बाद हम होते कहिं है बताते कहि है,अंदर कुछ और बोलते है बाहर कुछ होता है.
दरअसल इन दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर हैं. पिछले 10 दिनों में सिंधिया का ये दूसरा दौरा आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. अशोकनगर में एक बार फिर सिंधिया का लोकसभा चुनाव में हुई हार का दर्द झलका हैं. उन्होंने मंच से जनता को कहा कि ‘आपकी बड़ी याद आती है’
लोकसभा चुनाव में हुई हार छलका दर्द
अशोकनगर के बाद सिंधिया मुंगावली पहुंचे जहां उन्होंने एक सड़क का भूमि पूजन किया और मंच से लोगों से बोले मुझे आप लोगों की बहुत याद आती है. मुझे आप लोगों ने जो समय सेवा का दिया था. मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की. उसके बाद सिंधिया जैन संत 108 अभय सागर महाराज के दर्शन के लिए पहुंचे. दर्शन के बाद उन्होंने एमपी तक से चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि वह जैन संत से सिंधिया परिवार के लिए आशीर्वाद लेने गए थे. वह जैन समाज के मुद्दों पर भी चर्चा हुई मैं जैन समाज के मुद्दों के साथ हमेशा रहता हूं.
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लोकसभा चुनाव में मिली हार पर पहली बार बोले सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा चुनाव में मिली हार को लेकर पहली बार बयान दिया है. उन्होंने हार स्वीकारते हुए बयान दिया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब सवाल किया गया कि कभी उनके शागिर्द रहे केपी यादव के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. जवाब में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शागिर्द शब्द गलत है, प्रजातंत्र में हर व्यक्ति का सम्मान जरूरी होता है. कोई व्यक्ति बड़ा छोटा नहीं होता. मैं स्वीकार करता हूं कि 2019 का लोकसभा चुनाव हारा.
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