इंदौर में शुरू हुआ ऐतिहासिक गेर महोत्सव, अब से थोड़ी देर में सीएम मोहन यादव भी होंगे शामिल

धर्मेंद्र कुमार शर्मा

30 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 30 2024 12:25 PM)

इंदौर में ऐतिहासिक गेर महोत्सव शुरू हो गया है. इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में भी रंगपंचमी के जुलूस और रैलियां निकाली जा रही हैं.

Indore _Ger_ Festival

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Indore Ger Festival: इंदौर में गेर महोत्सव की शुरूआत हो चुकी है. गेर के जुलूस निकाले जा रहे हैं. गेर का जुलूस मॉरल क्लब की गेर राजबाड़ा की ओर से मूव किया गया है. इसके बाद रसिया गेर, फिर हिंद रक्षक और आखिरी में संगम कॉर्नर की गेर राजबाड़ा पहुंची है. इंदौर में 10 ड्रोन और 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की मदद से गेर के रूट की निगरानी की जा रही है. इस दौरान युवाओं का हुजूम गुलाल उड़ाते हुए और संगीत पर थिरकता हुआ निकल रहा है.

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अब से थोड़ी देर में सीएम मोहन यादव भी इस गेर यात्रा में शामिल होंगे. आपको बता दें कि यह गेर का 75वां साल है. इसके तहत जुलूस निकालते हुए पूरे शहर में रंग को बिखेरा जाता है. दोपहर 3 बजे तक अमूमन यह गेर महोत्सव चलता है.

आपको जानकार हैरानी होगी कि यूनेस्कों की नजर भी इंदौर के इस गेर महोत्सव पर है. गेर के लिए इस बार खास तैयारी है, क्योंकि 2025 में यूनेस्को की टीम आएगी. उसके लिए पूरी रिहर्सल यहां की जाएगी. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल इंदौर की गेर यूनेस्को की इंटैंजिबल कल्चरल हेरिटेज की सूची में इसे शामिल किया जाएगा.

भोपाल से लेकर उज्जैन के महाकाल तक दिखी रंगपंचमी की धूम

रंगपंचमी के अवसर पर भी होली की तरह ही प्रदेश में जगह-जगह आयोजन होते हैं. लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर शुभकामनाएं देते हैं. महाकाल को शनिवार प्रात: 4 बजे भस्म आरती हुई. भगवान महाकाल को केसरयुक्त जल चढ़ाया गया. इसके बाद महाकाल पर भांग, चंदन, सूखे मेवे से श्रृंगार किया गया .पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद भस्म अर्पित की गई. महाकाल को रजत त्रिपुंड और सिर पर शेषनाग रजत मुकुट धारण कराया गया. इसके साथ ही रुद्राक्ष और फूलों की माला भी अर्पित की गई.

वहीं भोपाल त्यौहार उत्सव समिति के बैनर तले रंगपंचमी पर एक बड़ा चल समारोह शहर में निकाला जा रहा है जो सुबह 10 बजे से निकल रहा है. यह चल समारोह शैतान सिंह चौराहा, शाहपुरा से निकाला गया. चल समारोह सुभाष स्कूल सात नंबर, माता मंदिर होते हुए खेड़ापति हनुमान मंदिर, न्यू मार्केट पहुंचा. समारोह में डीजे, ढोल, नर्तक दल, हुरियारों की टोलियां शामिल रहीं. गुलाल व फूलों की बारिश भी की गई.

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