Khandwa News: मध्यप्रदेश के खंडवा में सीएम शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को पहुंचे. यहां पर उनका एक बड़ा रोड शो, जनसभा और लाड़ली बहनों से मुलाकात का कार्यक्रम आयोजित किया गया. लेकिन सीएम शिवराज सिंह चौहान के रोड शो के लिए पुलिस ने हर जगह ट्रैफिक को रोक दिया, जिसकी वजह से न सिर्फ आम लोगों को बल्कि एंबूलेंस में जा रहे मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. खंडवा में एक जगह रोड शो के दौरान पुलिस ने पूरा ट्रैफिक ही रोक दिया. इस दौरान पुलिस ने एंबूलेंस को भी रोक दिया. एंबूलेंस में उस समय दो महिलाएं थीं, जिसमें एक जच्चा और बच्चा था. डिलीवरी के बाद महिला और उसके नवजात बच्चें को लेकर एंबूलेंस जा रही थी.
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इसी दौरान MP Tak के रिपोर्टर ने पुलिस से एंबूलेंस को रोकने का कारण पूछा तो पुलिस के जवानों ने कहा कि एंबूलेंस खाली है लेकिन रिपोर्टर ने जब एंबूलेंस को चेक किया तो उसमें एक महिला मरीज जिसकी हाल ही में डिलीवरी हुई थी, वह अपने नवजात बच्चे के साथ बैठी मिली और उनके साथ एक अटेंडर महिला भी थी. पुलिस ने यह भी ध्यान नहीं रखा कि एंबूलेंस को हर हाल में निकाला जाना चाहिए था. इसके बाद रोड शो निकलने के आधे घंटे बाद ही पुलिस ने एंबुलेंस को जाने दिया. तब तक एंबूलेंस जाम में फंसी रही और नवजात बच्चे के साथ उसकी मां भी एंबूलेंस में बैठकर सीएम का रोड शो खत्म होने का इंतजार करती रही.
खंडवा में आयोजित जन सभा में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने लाड़ली बहनों के लिए 1 हजार रुपए महीना देने की जो योजना शुरू की है, उसकी पहली किश्त 10 जून तक महिलाओं के खाते में पहुंच जाएगी. वहीं पूरे प्रदेश में अहातों को बंद करा देने से भी शराब की बिक्री घटेगी और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल तैयार हो सकेगा. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया और उसके बाद वहां मौजूद महिलाओं से चर्चा की और उनके हाथ का बना खाना खाया व चाय भी पी.
सीएम के आने के 3 घंटे पहले ही यूथ कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया
खंडवा पुलिस को सूचना मिली कि यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता सीएम के काफिले का विरोध करने काले झंडे दिखाएंगे. यह देखते हुए पुलिस ने यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सीएम के आने के 3 घंटे पहले ही हिरासत में ले लिया. इस दौरान यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष दीपक (मुल्लू) राठौर का कहना है कि उन्होंने तो बकायदा मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था जिससे वे यहां की अनेक योजनाओं में भ्रष्टाचार की सप्रमाण जानकारी दे सकें लेकिन उन्होंने मिलने का समय तो नही दिया, उल्टा उन्हे अपने ही घर सें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह प्रजातंत्र की हत्या है.
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