mp politics: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच चल रही जुबानी जंग में अब सीएम शिवराज सिंह चौहान भी कूद पड़े हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया के समर्थन में कहा है कि वे गद्दार नहीं बल्कि खुद्दार नेता हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि सिंधिया के साथ जो व्यवहार कांग्रेस पार्टी में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने किया, उसे सुनकर और सहन करके कोई भी खुद्दार नेता कांग्रेस पार्टी में नहीं रहेगा.
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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चुनाव लड़ा गया सिंधिया के चेहरे पर और जीत के बाद मुख्यमंत्री बना दिया बुजुर्ग कमलनाथ को. इसके बाद जब सरकार बनी तो कमलनाथ सिर्फ चेहरा थे, पीछे से सरकार पूरी तरह से दिग्विजय सिंह चला रहे थे. सिंधिया ने जब भी जनता के हकों की बात की, जनता के कामों को कराने की बात की तो उसको दरकिनार किया गया. सिंधिया को चैलेंज भी दिया कि अगर वे सड़क पर उतरते हैं तो गाड़ी से दूसरी पार्टी में छोड़ आएंगे. सीएम ने इसे कमलनाथ का घमंड बताया.
सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने का इतना अहंकार था कि वे अपने ही विधायकों से मिलते तक नहीं थे, आम जनता से मिलने की बात तो दूर की कौढ़ी है. इसके बाद सिंधिया को खुलेआम चैलेंज भी करने लगे. सिंधिया को लेकर जो कुछ भी बोल रहे हैं, वह गलत है और ओछी राजनीति है.
सीएम ने कहा कि सिंधिया इस्तीफा देकर और चुनाव जीतकर आए
सीएम ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय को सिंधिया को कुछ भी कहने का हक नहीं है. किसी के रहमो करम पर हमारी सरकार नहीं चल रही है. सिंधिया और उनकी टीम के विधायकों ने इस्तीफा दिया और उप चुनाव में बंपर जीतकर आए. तब बीजेपी की सरकार बनी. ऐसे ही हवा में सबकुछ नहीं हो गया. कांग्रेस का तो अब भगवान ही मालिक है.
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