BJP में आने के बाद भी नहीं बदले प्रीतम लोधी के तेवर! बागेश्वर धाम, शराबबंदी और विवादों पर खुलकर बोले

अभिषेक शर्मा

29 Mar 2023 (अपडेटेड: Mar 29 2023 11:19 AM)

MP Tak Interview: मध्यप्रदेश की राजनीति में प्रीतम लोधी का नाम अक्सर राजनीतिक विवादों में आता है. बकौल प्रीतम लोधी 60 से अधिक प्रकरणों में नामजद रह चुके हैं और अब सिर्फ 10 प्रकरण कोर्ट में चल रहे हैं, शेष मामलों में बरी हो चुके हैं . प्रीतम लोधी बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा […]

MP BJP Interview Pritam Lodhi Uma Bharti Bageshwar Dham prohibition

MP BJP Interview Pritam Lodhi Uma Bharti Bageshwar Dham prohibition

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MP Tak Interview: मध्यप्रदेश की राजनीति में प्रीतम लोधी का नाम अक्सर राजनीतिक विवादों में आता है. बकौल प्रीतम लोधी 60 से अधिक प्रकरणों में नामजद रह चुके हैं और अब सिर्फ 10 प्रकरण कोर्ट में चल रहे हैं, शेष मामलों में बरी हो चुके हैं . प्रीतम लोधी बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती के मुंह बोले भाई और रिश्तेदार हैं. उमा भारती की वजह से ही वे राजनीति में आए और बीजेपी के टिकट पर पिछोर विधानसभा सीट से पहले वर्ष 2013 और फिर वर्ष 2018 में विधानसभा का चुनाव लड़ा. हालांकि दोनों बार ही वे कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह से हार गए. लेकिन इन दो चुनावों की वजह से प्रीतम लोधी को राजनेता के रूप में स्थापित होने का मौका मिल गया और अब वे मध्यप्रदेश की राजनीति में इतने प्रभावशाली बन गए कि लोधी समाज सहित समस्त ओबीसी समाज के नेता के तौर पर उन्होंने अपना कद बढ़ाना शुरू कर दिया है.

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लेकिन अपने विवादास्पद बयानों के कारण उन्होंने बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी की और कुछ महीने पहले उनको बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित भी कर दिया था. लेकिन बीजेपी ने कुछ ही महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए अपना स्टैंड बदला और एक बार फिर से उनको पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा की मौजदूगी में शामिल करा दिया. MP Tak ने प्रीतम लोधी से तमाम मुद्दों को लेकर बात की और प्रीतम लोधी ने भी बागेश्वर धाम, शराब बंदी, खुद की विवादास्पद छवि और ओबीसी राजनीति पर खुलकर अपनी राय रखी. पढ़िएं पूरा इंटरव्यू.

MP Tak- वो क्या कारण थे, जिनकी वजह से BJP ने आपको निष्कासित कर दिया था?

प्रीतम लोधी- सागर में ओबीसी समाज की 11 साल की बच्ची के साथ रेप और मर्डर हुआ था, जिसके बाद समाज के लोग चाहते थे कि मैं वहां पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होऊं. वहां पर मैंने जो बोला, उसके बाद मेरी बातों को तोड़-मरोड़कर ऐसा प्रस्तुत किया कि मैं ब्राह्मण समाज या किसी समाज विशेष का विरोध कर रहा हूं जबकि मेरी ऐसी मंशा नहीं थी. उसके बाद ही बीजेपी से मुझे बाहर किया गया था.

MP Tak- आपने बागेश्वर धाम के महंत पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कई तरह की टिप्पणियां की. क्या आज भी उन पर आप कायम हैं?

प्रीतम लोधी- हां, मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं. पं. धीरेंद्र शास्त्री हों या कोई और बाबा हों जो भी अंधविश्वास फैलाएगा, उसके खिलाफ देश में कानून बनना चाहिए. पाखंड और अंधविश्वास फैलाने वाले हर तरह के बाबाओं को जेल में डालना चाहिए

MP Tak- लेकिन पूरी BJP पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगे नतमस्तक है. सीएम शिवराज से लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष तक सभी वहां जाते हैं?

प्रीतम लोधी- बीजेपी के नेता भी जाते हैं और कांग्रेस के कमलनाथ भी बागेश्वर धाम गए थे. लेकिन ये लोग बागेश्वर धाम मंदिर जाते हैं. मंदिर जाने से कोई दिक्कत नहीं है. मुझे मौका मिलेगा तो मैं भी बागेश्वर धाम जाऊंगा लेकिन मेरा विरोध बाबाओं को लेकर है जो अंधविश्वास फैलाते हैं. यदि भगवान से हमें कुछ कहना है तो हमें बिचौलियों की क्या जरूरत है. भगवान में हमारा विश्वास है, जो मांगना होगा सीधा उनसे मागेंगे. बिचौलियों और दलालों की हमें जरूरत नहीं है.

MP Tak- पूरा देश पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दीवाना हो रहा है और आप उनके विरोध में खड़े दिख रहे हैं?

प्रीतम लोधी- मैं सिर्फ पाखंड के विरोध में हूं. व्यक्ति के विरोध में नहीं हूं. चमत्कार जैसी कोई चीज नहीं होती है. लोगों को ये समझाना है, इसलिए मैं ऐसे मामलों के लिए कानून लाने की बात करता हूं.

MP Tak- बीजेपी से बाहर होने के बाद आपने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के साथ चुनावी गठबंधन करने के दावे किए थे, क्या अब उनसे दूरी बना लेंगे?

प्रीतम लोधी- बीजेपी से निष्कासित होने के बाद मैं भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर भाई से मिला. समाजवादी पार्टी, बसपा, जयस लगभग सभी विपक्षी दलों के संपर्क में आया था. लेकिन किसी से बात बनी नहीं और वो ग्रामीण भाषा में कहते हैं कि ‘तूझे कोई ठौर नहीं और मुझे कोई ओर नहीं’ तो लौट-फिरकर बीजेपी में आ गए. प्रीतम लोधी कोई पहला नाम नहीं था जो बीजेपी से बाहर होकर वापस आया है. मुझसे पहले उमा भारती, कल्याण सिंह, साक्षी महाराज सहित कई नेता बीजेपी से बाहर हुए और फिर वापस आए.

MP Tak- आपकी बातों से लग रहा है कि आपने बीजेपी में वापसी के लिए ओबीसी राजनीति की आड़ ली?

प्रीतम लोधी- मैंने किसी राजनीति की आड़ नहीं ली न ही मैंने किसी पर दबाव बनाया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मिलकर मुझे बीजेपी में वापस शामिल कराया है और अब पूरी तरह से बीजेपी के लिए समर्पित होकर काम करेंगे.

MP Tak- उमा भारती ने लोधी समाज के कार्यक्रम में कहा था कि समाज अपनी समझदारी से बीजेपी को वोट करें?

प्रीतम लोधी- उन्होंने ऐसा नहीं बोला था. बस ये कहा था कि समाज के लोग खुद समझदार हैं और वे अपना हित देखकर वोट करें. लोधी समाज ने देश और समाज के लिए कई कुर्बानियां दी हैं और लोधी समाज पूरे देश में अब बीजेपी के साथ है.

MP Tak- आपकी एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें आप शराब की दुकान के बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं?

प्रीतम लोधी- हां, वो फोटो मेरी ही है. लेकिन वह फोटो होली से पहले की है और मैं वहां पर कोई शराब पीने नहीं गया था बल्कि मेरा शराब व्यवसाय है और मैं इस व्यवसाय में पार्टनर हूं और उस दिन मैं अपना हिसाब-किताब करने दुकान पर गया था. लेकिन लोगों ने मेरे बारे में कई गलत बातें लिखकर उसे वायरल की. शराब व्यवसाय मेरा निजी मामला है और हर घर में कोई न कोई व्यक्ति जीवन यापन के लिए नौकरी या व्यवसाय करता है. उसमें किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए.

MP Tak- लेकिन आपकी बड़ी दीदी और रिश्तेदार उमा भारती ने डेढ़ साल तक शराबबंदी को लेकर आंदोलन चलाया है?

प्रीतम लोधी- हम दीदी के आंदोलन के साथ हैं. उनके कारण ही प्रदेश में अहाते बंद हो गए हैं. लेकिन शराब की बिक्री करना या व्यवसाय करना गैर कानूनी नहीं है. राजनीति अपनी जगह है और मेरा निजी जीवन अपनी जगह. मैं न झूठ बोलता हूं और न ही छुपाकर कुछ करता हूं. शराब व्यवसाय करके मैं किसी कानून का उल्लंघन नहीं कर रहा हूं.

MP Tak- क्या आपको नहीं लगता कि आपकी इस बेबाकी के कारण बीजेपी के लिए राजनीतिक मुसीबतें खड़ी हो जाती हैं?

प्रीतम लोधी- कई मायनों में यह बात सही है. मैं सच बोलता हूं और सच ही मेरा दुश्मन बन जाता है. लेकिन मैं ऐसा ही हूं और अब बदलने वाला नहीं हूं. बीजेपी के लिए पूरी तरह से समर्पित हूं लेकिन मैं अपने व्यक्तिगत जीवन में क्या कर रहा हूं, उसे लेकर किसी को कोई ऐतराज नहीं होना चाहिए, क्योंकि मैं भी किसी अन्य के व्यक्तिगत जीवन में तांक-झांक नहीं करता हूं.

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