MP POLITICAL NEWS: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट ने प्रदेश की राजनीतिक में हलचल मचा दी है. पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति जताई है और दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान की भाषा बोलने वाला व्यक्ति करार दिया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह को लेकर यह भी कहा है कि उनकी बुद्धी फेल हो गई है और अब उनकी जांच कराने की जरूरत है.
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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘दिग्विजय जी की बुद्धि फेल हो गई है. मुझे लगता है उसी कारण वे इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. वो देश की सेना का अपमान करते हैं. वो पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं. वह सेना का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं. अब जांच तो दिग्विजय सिंह की होना चाहिए. देश के खिलाफ और सेना के खिलाफ बोलने का बीज उनके दिमाग में डालता कौन है?
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी के डीएनए की जांच होना चाहिए. जो भारत जोड़ों के नाम पर भारत तोड़ने वालों के साथ घूमती है. एक पार्टी का नेता लगातार सेना की राष्ट्रभक्ति पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है, उनकी बहादुरी पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है और पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है तो ऐसे में सोनिया जी और राहुल जी को भी इसका जवाब देना चाहिए’. उधर इस मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वे दिग्विजय सिंह के मामले में टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं, जनता उनको जान चुकी है.
ट्वीट में ये कह दिया दिग्विजय सिंह ने, जिससे मचा है बवाल
दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा ‘आज हम उन 40 सीआरपीएफ शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जो पुलवामा में खुफिया विफलता के कारण शहीद हो गए थे. मुझे उम्मीद है कि सभी शहीद परिवारों का उपयुक्त रूप से पुनर्वास किया गया होगा’. इस ट्वीट पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘श्रद्धांजलि देने में भी तंज कस रहे हो दिग्विजय जी.ट्वीट पढ़कर ऐसा लगा, जैसे आईएसआई के किसी आदमी ने लिखा है. शहीदों पर भी तंज कसने से ये बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा लगता है कि कांग्रेस और उनके नेताओं की आदत हो गई है सेना के बारे में कुछ भी बयान देने और उनका मनोबल तोड़ने की’.
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री ने भी जताई नाराजगी
MP Tak से चर्चा करते हुए मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा ‘दिग्विजय सिंह किस आधार पर इंटेलिजेंस फेल्योर पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. जब वे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो उनके कैबिनेट मंत्री लेखराम कांवरे की सर्किट हाउस में नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी. तब आपका इंटेलिजेंस कहा गया था. आज आपको इंटेलिजेंस फेल होने की याद आ रही है. दिग्विजय सिंह हर वक्त सर्जिकल स्ट्राइक और भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल खड़ा करते रहते हैं. ऐसा लगता है कि दिग्विजय सिंह ने कसम खा रखी है कि यदि देश के लिए कुछ भी अच्छा होगा तो वे उसके खिलाफ ही बोलेंगे. दिग्विजय सिंह की इन्हीं हरकतों के कारण उनका ये हाल हुआ है कि वे अब चुनाव लड़ते हैं तो अपनी जमानत तक बचा नहीं पाते हैं’.
इनपुट: भोपाल से इजहार हसन खान, हरदा से लाेमेश गौर की रिपोर्ट
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