MP में अतिथि शिक्षकों को वेतन का इंतजार: महिला ने DM को दी आत्मदाह की चेतावनी, 10 महीने से नहीं मिली वेतन

पवन शर्मा

29 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 29 2024 6:09 PM)

मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की बदहालीक किसी से छिपी नहीं है. कैसे पिछली सरकार में उनसे किए हुए वादे अभी तक पूरे नहीं हो पा रहे हैं, कई जगहों पर महीनों तो कई जगहों पर साल भर में अतिथि शिक्षकों को पेमेंट नहीं मिला है.

कलेक्टर से भिड़ गई महिला टीचर

कलेक्टर से भिड़ गई महिला टीचर

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MP News: मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की बदहालीक किसी से छिपी नहीं है. कैसे पिछली सरकार में उनसे किए हुए वादे अभी तक पूरे नहीं हो पा रहे हैं, कई जगहों पर महीनों तो कई जगहों पर साल भर में अतिथि शिक्षकों को पेमेंट नहीं मिला है. यही कारण है कि अब इन शिक्षकों को अपने हक के लिए प्रशासन की शरण में जाना पड़ रहा है. इतना ही नहीं प्रशासन भी नहीं सुन रहा तो ये उनसे  भिड़ने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. 

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दरअसल  छिंदवाड़ा में आज एक महिला अतिथि शिक्षक कलेक्टर से भिड़ गईं. जिसके बाद कलेक्टर से तू-तू मैं-मैं करने लगी.  बताया जा रहा है कि महिला अतिथि शिक्षक को 10 माह से वेतन नहीं मिला है. यही कारण है कि वो कलेक्टर से मदद की गुहार लगा रही है. लेकिन जब कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने महिला की एक न सुनी तो महिला भी कलेक्टर से भिड़ गई. जिसके बाद वहां मौजूद यह देख हक्के-बक्के रह गए.

महीनों से वेतन के इंतजार में शिक्षक

कलेक्टर परिसर छिंदवाड़ा में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह छिंदवाड़ा स्काउट गाइड द्वारा आयोजित पक्षियों को पानी देने के कार्यक्रम के लिए अपने केबिन से बाहर आ रहे थे. तभी कलेक्ट्रेट परिसर के गेट के बाहर जुन्नारदेव से आए अतिथि शिक्षकों के एक दल ने पिछले 10 माह से वेतन न मिलने के कारण कलेक्टर छिंदवाड़ा को आवेदन दिया.

अतिथि शिक्षकों का कलेक्टर को ज्ञापन

अतिथि शिक्षक ने दी आत्मदाह की चेतावनी

कलेक्टर का जवाब सुनते ही एक महिला शिक्षक भड़क गई और कलेक्टर छिंदवाड़ा के साथ तू-तू मैं-मैं करने लगी. साथ ही महिला ने अपनी आत्महत्या की भी चेतावनी दे डाली. उक्त महिला का नाम ममता परसाई मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल हड़ली बताया गया है. जो जुन्नारदेव में अथिति शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं. परिसर में मौजूद महिला पुलिसकर्मी द्वारा उक्त महिलाओं को वहां से हटकर अंदर ले जाया गया. साथ आए अन्य शिक्षिकाओं का कहना है कि हम अपने वेतन के लिए पिछले 10 माह से परेशान हैं.

न तो हमारी कोई सुन रहा है और न ही सुनने को तैयार है पिछली सरकार में वेतन बढ़ाने की बात की गई थी, लेकिन यहां बढ़ी वेतन तो ठीक पुरानी वेतन ही नहीं मिल रही है. महिला बताती है कि कल लास्ट वर्किंग डे है. फिर भी अभी तक वेतन मिलने को लेकर कोई संतुष्ट जवाब न तो हमारे अधिकारियों द्वारा दिया गया और न ही कलेक्टर के द्वारा कोई संतुष्ट जवाब दिया गया है. हम ऐसी स्थिति में कहां जाएं?

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