Madhya Pradesh: छतरपुर से कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी के ऊपर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. उनके ऊपर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. ये मामला उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने दर्ज किया है. उनके ऊपर जेवर निवासी आकाश शर्मा नामक व्यापारी ने आरोप लगाए हैं. लेकिन विधायक इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दे रहे हैं और उन्होंने जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करने का चैलेंज दिया है.
विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन पूर्व राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी के छोटे भाई हैं. सत्यव्रत चतुर्वेदी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के एक समय करीबी रहे हैं. आलोक चतुर्वेदी खिलाफ के उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने 420 एवं अन्य धाराओं के तहत 9 अप्रैल को मामला दर्ज किया है. इतना ही नहीं विधायक आलोक चतुर्वेदी के साथ उनके दोनों बेटों एवं पार्टनर पर भी FIR दर्ज की गई है.
मटेरियल देने के नाम पर धोखाधड़ी
विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन के ऊपर मटेरियल देने के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप है. उन पर दर्ज की गई एफआईआर में हवाला दिया गया है कि उन्होंने मंगरोली थाना जेवर निवासी आकाश शर्मा से मार्च 2019 में कम दामों में बिल्डिंग मटेरियल देने के एवज में एडवांस 50 लाख रुपये खाते में डलवाये थे. इसके बाद में उन्होंने मटेरियल देने से मना कर दिया था. इसलिए आकाश शर्मा नाम के शख्स ने पहले तो विधायक आलोक चतुर्वेदी को नोटिस भिजवाया, लेकिन उसका संतोषजनक जवाब नहीं मिला. जिसके बाद उसने नोएडा पुलिस से मामले की शिकायत की.
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विधायक ने बताया राजनीतिक षड्यंत्र
विधायक पर धोखाधड़ी की खबर छतरपुर में फैलते ही हड़कंप मच गया. इस पर विधायक पज्जन ने सफाई देते हुए कहा कि यह चुनावी साल है और मुझे राजनैतिक षड्यंत्र के तहत बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर व्यापार को लेकर नोएडा में एफआईआर हुई है, जो ट्रांजेक्शन हुआ ही नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने सभी साथियों के साथ जेवर के टोल प्लाजा पर पहुंचकर मीटिंग करते हुए पैसे के लेनदेन की बात की थी, तो इस बात को लेकर पुलिस उस समय का रिकॉर्ड भी खंगाले ले कि मेरी गाड़ी या मैं उस टोल प्लाजा की आस-पास गया भी था या नहीं. इस मामले में झूठी एफआईआर दर्ज की गई है, जिसको लेकर मैं, मेरे पार्टनर और वकील तह तक जा रहे हैं. विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कहा कि 2 दिन के भीतर ही षड्यंत्रकारी का खुलासा कर दिया जाएगा. यह मेरी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की विरोधियों की यह सोची समझी साजिश है.
इन पर दर्ज किया मकुदमा
पुलिस ने प्राथमिक विवेचना करते हुए छतरपुर से कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी एवं उनके बेटे नीतीश चतुर्वेदी, निखिल चतुर्वेदी और विधायक की माइनिंग कंपनी खजुराहो मिनिरल्स के पार्टनर यशपाल सिंह परमार,कैलाश परमार और अजय पाल सिंह परमार के खिलाफ धारा 420, 406, 504, 507 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
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