छिंदवाड़ा में इस बार बीजेपी क्या कर दिखाएगी कमाल? प्रत्याशी विवेक बंटी साहू का कमलनाथ पर कड़ा प्रहार
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Lok Sabha Elections 2024: छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर बीजेपी की नजर है. बीजेपी हर हाल में कमलनाथ के गढ़ को भेदना चाहती है. बीजेपी प्रत्याशी विवेक बंटी साहू ने एमपी तक से बातचीत में कई बड़े दावे किए हैं. विवेक बंटी साहू का कहना है कि उनके अब तक दो चुनाव हुए, जिसमें से एक चुनाव 2019 में उपचुनाव था. उस समय कमलनाथ मुख्यमंत्री थे और पूरा शासन-प्रशासन उनके लिए चुनाव लड़ रहा था. उस समय बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाकर और झूठे केस लगाकर वो चुनाव लड़ा गया था, जिसमें उनकी हार हुई थी.
विवेक बंटी साहू का कहना है कि विधानसभा 2023 में भी चुनाव हुआ तब वो सीएम का चेहरा थे. हालाँकि तब हमनें कमलनाथ को छिंदवाड़ा में घेर लिया था और वो कहीं जा नहीं पाए थे. विवेक कहते हैं कि देखिये यह चुनाव मोदी जी का चुनाव है, राष्ट्र का चुनाव है और छिंदवाड़ा की जनता को चाहिए विकास और विकास अगर कोई कर सकता है तो भाजपा ही कर सकती है.
एमपी में बीजेपी की सरकार है. केंद्र में तय है कि मोदी जी 400 से ज्यादा सीट लेकर सरकार बना रहे हैं. 2003 के बाद जब से एमपी में भाजपा की सरकार आई है, तब से छिंदवाड़ा का मॉडल बना है. उससे पहले बहुत बुरी दुर्दशा थी. छिंदवाड़ा में जो कुछ भी आया है वो एमपी की बीजेपी सरकार लेकर आई है. कांग्रेस भ्र्म फैलाती है कि उसने विकास किया.
कमलनाथ ने होटल बनाने के लिए मोड़ दिया था नदी का रुख- विवेक बंटी साहू
विवेक बंटी साहू ने कहा कि कांग्रेस मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन सब जानते हैं की होटल बनाने के लिए कमलनाथ जी ने नदी का रुख मोड़ दिया था. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार किया है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मन दुखी है जो पाप कांग्रेस ने किये हैं उससे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकरा दिया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दिल में चोट पहुंची.
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पीएम मोदी के विकसित भारत का जो संकल्प है और उससे जो भी जुड़ना चाहता है उन सबका स्वागत है. मैं तो बोलता हूँ कि किसी मशीन से कमलनाथ जी का मन और दिल चेक करवा लीजिये, उसमें भी मोदी जी ही दिखेंगे. क्योंकि जो काम वो कर रहे हैं उससे हर कोई जुड़ना चाहता है. कांग्रेस को सब छोड़ना चाहते हैं, कमलनाथ जी के सबसे विश्वासपात्र है दीपक सक्सेना उन्होंने इस्तीफा दिया, उनके बेटे ने बीजेपी की सदस्यता ली तो बताया उनके पिता का अपमान हुआ. जब दीपक सक्सेना का अपमान हो सकता है तो सोचिये जनता का क्या होता होगा.
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