CM शिवराज से बीजेपी के दो दिग्गजों की मुलाकात ने मचा दी राजनीतिक हलचल! सिंधिया क्यों याद आने लगे?
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mp politics: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, हर दिन ही बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में नए-नए राजनीतिक समीकरण देखने को मिल रहे हैं. सुबह से ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बीजेपी के दो दिग्गज बैठे दिखाई दे रहे हैं. ये हैं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया. दोनों ही नेता ग्वालियर संभाग से आते हैं और भोपाल में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे. उसी दौरान दोनों नेताओं को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान बैठे और राजनीतिक मामलों पर मंत्रणा की.
राजनीति के जानकार बताते हैं कि किसी जमाने में बीजेपी के अंदर ही जयभान सिंह पवैया और नरेंद्र सिंह तोमर एक दूसरे के धुर-विरोधी हुआ करते थे. दोनों ही क्षत्रिय समाज से आते हैं और दोनों ही नेताओं का ग्वालियर-चंबल संभाग की राजनीति में अच्छा-खासा दखल है. इस तस्वीर के सामने आते ही राजनीति के गलियारों में सिंधिया को लेकर भी चर्चा होने लगी. अफवाहें उड़ाई जाने लगी कि सिंधिया गुट के ग्वालियर-चंबल में दखल को लेकर बीजेपी का मूल कैडर नाराज है तो दोनों के बीच तालमेल बनाए बिना आगामी विधानसभा चुनाव में उतरना पार्टी के लिए मुश्किल साबित होगा.
आपको बता दें कि जयभान सिंह पवैया 2018 में ग्वालियर विधानसभा सीट से उस समय कांग्रेस के उम्मीदवार रहे प्रद्युम्न सिंह तोमर के खिलाफ चुनाव लड़े थे. जयभान सिंह पवैया यह चुनाव बड़े मार्जिन से हार गए थे. इसके बाद जो नए राजनीतिक समीकरण बने, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री-विधायक कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में आ गए तो दोबारा इस सीट पर उप चुनाव हुआ और इस बार प्रद्युम्न सिंह तोमर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते. लेकिन इन सबके बीच जयभान सिंह पवैया राजनीतिक पिच से लगभग गायब से हो गए.
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बीजेपी ने बताया अनौपचारिक बैठक
इस पूरी बैठक को बीजेपी ने अनौपचारिक बताया है. प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने जयभान सिंह पवैया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एक साथ पहुंचे थे. बैठक के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान दोनों नेताओं को अपने साथ सीएम हाउस ले आए और यहां पर अनौपचारिक मुलाकात और चर्चाएं कीं. लेकिन राजनीति के जानकार बताते हैं कि राजनीति में कुछ भी अनौपचारिक नहीं होता है. राजनीति में हर बैठक, हर मुलाकात के राजनीतिक मायने जरूर होते हैं.
जयभान सिंह पवैया को लेकर चर्चा, टिकट की दावेदारी कर रहे
जयभान सिंह पवैया को लेकर चर्चा है कि वे भी टिकट के दावेदारों में हैं. वे इस बार ग्वालियर दक्षिण से चुनाव लड़ना चाहते हैं. भाजपा के एक ओर कद्दावर नेता अनूप मिश्रा भी खुलकर ग्वालियर दक्षिण से चुनाव लड़ने की घोषणा बीते दिनों कर चुके हैं. इनके अलावा भी कई अन्य भाजपाई नेताओं की नजर ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर लगी हुई है. ऐसे में यह मुलाकात महत्वपूर्ण हो जाती है. लेकिन टिकट की दावेदारी को लेकर न बीजेपी स्पष्ट कर रही है न ही जयभान सिंह पवैया की तरफ से कुछ बोला गया है.
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मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पास जनता का कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए सुबह-शाम केवल झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाना है।
मेरे ट्विटर बायो से अच्छा अगर जनता की मन की बात पढ़ ली होती तो 15 महीनों में भ्रष्ट सरकार ना जाती।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) May 20, 2023
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सिंधिया भी आ गए सुर्खियों में
सुबह से सिंधिया को लेकर भी मध्यप्रदेश की राजनीतिक में हलचल मची हुई है. दरअसल कांग्रेस पार्टी द्वारा ट्वीटर पर मैसेज प्रसारित कराया गया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्वीटर अकाउंट से बीजेपी हटा दिया है. इसके बाद बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने स्पष्ट किया कि सिंधिया के ट्वीटर अकाउंट पर कभी बीजेपी लिखा ही नहीं था तो फिर उसे हटाने का सवाल ही खड़ा नहीं होता. कांग्रेस न जाने किस नशे में है. पंकज चतुर्वेदी ने आरोप लगाए कि इस तरह के मैसेज प्रसारित कर कांग्रेस लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है.
देर शाम खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर पूरी स्थिति स्प्ष्ट की और ट्वीटर पर लिखा कि ‘मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पास जनता का कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए सुबह-शाम केवल झूठ और प्रोपेगैंडा फैलाना है. मेरे ट्विटर बायो से अच्छा अगर जनता की मन की बात पढ़ ली होती तो 15 महीनों में भ्रष्ट सरकार ना जाती’.
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