फसल बर्बाद होने से किसान को लगा सदमा, हार्ट अटैक आया और हो गई मौत!
ADVERTISEMENT
Farmer Death: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. इसी के चलते रायसेन में जिले में एक किसान को सदमा बैठ गया. फसल बर्बाद होने के सदमें में एक किसान को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई. कलेक्टर अरविंद दुबे ने किसान के घर पहुंचकर परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
ये घटना रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के ग्राम पहेरिया की है. पहेरिया में ओलावृष्टि होने से एक किसान की लगभग 8 एकड़ की गेहूं और चना की फसल बर्बाद हो गई. जब किसान को फसल बर्बाद होने की खबर लगी तो उसे सदमा बैठ गया और देर रात उसे हार्ट अटैक आ गया, जिसमें उसकी मौत हो गई.
ये भी पढ़ें: MLA ने ओलावृष्टि के दौरान खेत पर पहुंच CM शिवराज के लिए जारी किया वीडियो संदेश! दिखाई ये हकीकत
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
फसल बर्बादी का दुख नहीं हुआ सहन
बम्होरी सर्किल के ग्राम पहेरिया में 60 वर्षीय हरप्रसाद लोधी को 8 एकड़ खेती में गेहूं और चना फसल थी, जो ओलावृष्टि में बुरी तरह खराब हो गई. इसकी जानकारी उनके बेटे ने हरप्रसाद को दी.जानकारी के मुताबिक इसके बाद से ही वह सदमे में आ गए और सो गए, लेकिन फिर बो सुबह उठ नहीं सके. उनकी मौत हो गई.
बारिश और ओले ने बर्बाद की फसलें
प्रदेशभर में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. 14 मार्च से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और ओलों का कहर जारी है. रविवार को राजधानी भोपाल समेत रायसेन, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, पन्ना, छतरपुर, मंदसौर, आगर-मालवा, गुना, सागर, टीकमगढ़ जिलों भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई. इससे गेहूं और चना की फसलें आड़ी हो गईं और बुरी तरह बर्बाद हो गईं. बारिश ने खड़ी फसल के साथ ही खेतो में पड़ी हुई कटी फसलों को भी तबाह कर दिया है.
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: MP में किसानों पर काल बनकर बरस रहे ओले, फसलों की बर्बादी देख सिंधिया और नरोत्तम भी हुए ‘निशब्द’
ADVERTISEMENT
सीएम ने की समीक्षा
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ओलावृष्टि और बारिश से हुए नुकसान को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई. सीएम शिवराज ने कहा- मध्यप्रदेश सरकार किसान भाई बहनों के साथ खड़ी है. सर्वे में लापरवाही ना हो, पूरी ईमानदारी से सर्वे किया जाए और किसी भी प्रकार की कोई गलती ना करें. उन्होंने कहा कि रिवेन्यू, कृषि और पंचायत विकास के अमले को सर्वे में एक साथ शामिल करें. सर्वे पूरा होने के बाद सूची को पंचायत के दफ्तर में लगा दिया जाए. सर्वे होने के बाद किसी किसान की आपत्ति आती है तो उसका भी निराकरण किया जाए. सीएम ने कहा कि पूरी ट्रांसपेरेंसी के साथ, संवेदना के साथ भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के साथ है.
ADVERTISEMENT