गुना: राघोगढ़ नगरपालिका परिषद के शपथग्रहण कार्यक्रम पर विवाद, बीजेपी ने किया बहिष्कार
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GUNA NEWS: मध्यप्रदेश के गुना जिले की राघोगढ़ नगर पालिका परिषद का शपथग्रहण समारोह शुरू होने से पहले विवादों में घिर गया है. दरअसल शपथग्रहण कार्यक्रम के लिए नगरपालिका की ओर से जो आमंत्रण पत्र छपवाए गए हैं, विवाद उसे लेकर हुआ है. आमंत्रण पत्र में स्थानीय बीजेपी सांसद रोडमल नागर का नाम ही गायब था. इसके बाद बीजेपी ने इसे अपना अपमान बताकर कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया. बीजेपी के आरोप हैं कि कार्यक्रम में कांग्रेस के नेताओं को तव्वजो दी जा रही है जबकि स्थानीय सांसद के लिए प्रोटोकॉल तक का पालन नहीं हो रहा है.
शुक्रवार को ही यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम रखा गया है. लेकिन आमंत्रण पत्र में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और चाचोड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह इन दोनों के ही नाम दर्ज थे. स्थानीय सांसद रोमडल नागर का नाम नहीं था. इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर बीजेपी और उनके सांसद का अपमान करने के आरोप लगाकर कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला लिया.
स्थानीय सांसद की ओर से आपत्ति आने के बाद नगर पालिका ने आनन-फानन में दूसरे कार्ड छपवाए, जिस पर बीजेपी सांसद रोडमल नागर का नाम भी उल्लेख किया गया. लेकिन बीजेपी ने इसे अपना अपमान बताकर कार्यक्रम का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. अब इस मामले पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों की ओर से सियासत शुरू हो गई है.
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दिग्विजय सिंह का गढ़ है, इसलिए बीजेपी सांसद का नाम हटाया- भाजपा
बीजेपी नेता गोपाल पटवा ने आरोप लगाया है कि राघोगढ़ कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गढ़ है. इसलिए बीजेपी सांसद का नाम जानबूझकर नगर पालिका के अधिकारियों ने आमंत्रण पत्र से गायब कर दिया. आमंत्रण पत्रों को दोबारा छपवाया गया है, जिसमें अब सांसद का नाम जोड़ा गया. आमंत्रण पत्र में पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह और उनके चाचा लक्ष्मण सिंह को तवज्जो दी गई. कांग्रेस की इस तरह की राजनीति का हम विरोध करते हैं और कार्यक्रम का बहिष्कार करते हैं.
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पूर्व मंत्री ने बीजेपी को दी नसीहत
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने इस विवाद पर बीजेपी को नसीहत दी है कि बीजेपी भी कई बार प्रोटोकॉल का उल्लंघन करती रही है. पहले बीजेपी को अपना आचरण सुधारना चाहिए. पूर्व मंत्री ने कहा कि कार्ड में स्थानीय सांसद का नाम भूलवश छूटा था. इसके पीछे न तो कोई राजनीति थी न ही कोई साजिश. पूर्व मंत्री ने बीजेपी को प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले में अपना इतिहास देखने की नसीहत दी.
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