Navratri News: छतरपुर में नवरात्रि के व्रत के दौरान फलाहार खाना श्रद्धालुओं को भारी पड़ गया. सिंघाड़े के आटे से बना फलाहार खाने से 10 लोगों की तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया. छतरपुर प्रशासन ने की टीम ने फिलहाल सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल न करने की अपील की. साथ ही फलों को भी जांच-परख कर खाने की अपील की है.
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ये मामला छतरपुर के बड़ामलहरा क्षेत्र का है. जहां किराने एक की दुकान से लाया हुआ सिंघाड़े का आटा खाना नुकसानदायक साबित हो गया. इस आटे का इस्तेमाल करने से कल 5 लोग बीमार हुए थे और 5 लोग आज बीमार हो गए, जिससे अब फलाहार से बीमार लोगों की संख्या बढ़कर 10 हो चुकी है. जिसके कारण प्रशासन ने अनाउंसमेंट कराते हुए सभी लोगों को सचेत किया है.
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किराने की दुकान से लाए थे आटा
सिंघाड़े के आटे से बना फलाहार खाने से बीमार हुए सभी लोगों को इलाज के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर की टीम द्वारा सभी का इलाज किया जा रहा है. बीमार लोगों ने बताया कि वह पास की किराना दुकान से सिंघाड़े का आटा लेकर आए थे. व्रत होने के कारण सिंघाड़े के आटे की लपसी बनाकर खाई थी, जिसके बाद अचानक शरीर में कंपन होने लगा और उल्टियां होने लगी. तबियत बिगड़ने पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
जिला अस्पताल किया रेफर
पहले मरीजों को प्राथमिक इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. आपको बता दें कि 22 मार्च से शुरू हुए चैत्र नवरात्रि 30 मार्च को नवमी के दिन समाप्त होंगे. इस दौरान श्रद्धालु 9 दिनों तक व्रत रखते हैं. इसी बीच सिंघाड़े के आटे के सेवन से तबियत खराब होने पर प्रशासन ने फिलहाल इसे न खाने की अपील की है.
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