MP NEWS: मुरैना के सपूत की सियाचिन में शहादत हो गई. सेना में हवलदार के पद पर पदस्थ मुरैना के विवेक सिंह तोमर सियाचिन में पदस्थ थे और 11 जनवरी को थार्मोस्टेटिक बिल्डिंग में धुआं भर जाने पर तापमान नियंत्रक की तकनीकी खराबी को ठीक कर रहे थे. इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें उपचार के लिए ले जाया गया. लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी और वे शहीद हो गए.
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मंगलवार को उनकी पार्थिव देह मुरैना के अंबाह लाई गई. रुअर गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। शहीद विवेक सिंह तोमर एमएलडी कॉलोनी के रहने वाले थे.सेना में हवलदार की पोस्ट पर पदस्थ थे. 11 जनवरी को सियाचिन में ड्यूटी के दौरान अचानक थार्मोस्टेटिक बिल्डिंग में धुआं भर गया था। यह धुंआ बिल्डिंग में लगे तापमान नियंत्रक में आई खराबी की वजह से भर गया था। इसी तापमान नियंत्रक को सुधारने के लिए विवेक सिंह तोमर बिल्डिंग के अंदर प्रवेश कर गए और इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई।
माइनस 52 डिग्री सेल्सियस में ड्यूटी कर रहे थे शहीद विवेक सिंह तोमर
11 जनवरी के दिन जिस वक्त यह हादसा हुआ, वहां पर सियाचिन का तापमान माइनस 52 डिग्री सेल्सियस था. जब जवान विवेक सिंह की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें सेना के हेलिकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की. लेकिन उनकी हालत काफी खराब हो गई थी और उन्होंने रास्ते में ही खून की उल्टी कर दम तोड़ दिया. शहीद की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में आसपास के गांव के लोग शामिल हुए। शहीद विवेक सिंह तोमर अपना भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके घर में उनके पिता हरि सिंह तोमर, माता मुन्नी देवी, पत्नी रेखा तोमर, उनका बड़ा बेटा हर्षवर्धन उम्र 15 साल और छोटा बेटा अरिदमन सिंह उम्र 10 साल है, अपने पीछे छोड़ गए हैं. उनका छोटा भाई धर्मेंद्र सिंह भी आर्मी में ही पदस्थ है.वे हाल ही में 1 महीने की छुट्टी बिताकर वापस सियाचिन अपनी ड्यूटी पर पहुंचे थे.
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