सरकारी विवाह समारोह में ‘कन्याओ’ का अपमान, 219 भावी दुल्हनों का कराया ‘प्रेग्नेंसी टेस्ट’

डेविड सूर्या

22 Apr 2023 (अपडेटेड: Apr 22 2023 3:13 PM)

MP News:  मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह में लड़कियों की प्रेग्नेंसी टेस्ट कराये जाने का मामला सामने आया है. स्थानीय कांग्रेस विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम का आरोप है की जिला प्रशासन के द्धारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लड़कियों के मेडिकल टेस्ट के नाम पर […]

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MP News:  मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह में लड़कियों की प्रेग्नेंसी टेस्ट कराये जाने का मामला सामने आया है. स्थानीय कांग्रेस विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम का आरोप है की जिला प्रशासन के द्धारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लड़कियों के मेडिकल टेस्ट के नाम पर प्रेग्नेंसी टेस्ट किये जाने को लेकर ऐतराज जताते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. मरकाम ने प्रेग्नेंसी टेस्ट को जिले की युवतियों का अपमान बताया है. वहीं इस पूरे मामले पर जब डॉक्टर्स से सवाल किया गया तो उन्होनें बताया कि उन्हें ऊपर से आदेश था की सभी युवतियों के प्रेग्नेंसी टेस्ट करना है.

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ओमकार मरकाम का कहना है की यदि सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेकर यदि कोई नियम बनाया है, तो उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए. मरकाम ने प्रेग्नेंसी टेस्ट को जिले की युवतियों का अपमान बताया है. तो वहीं बीजेपी जिलाध्यक्ष अवधराज बिलैया ने प्रदेश सरकार की महत्वाकांछी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को जनहितैषी बतलाते हुए ओमकार मरकाम पर राजनीती करने के आरोप लगाए हैं.बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रेग्नेंसी टेस्ट को जायज ठहराते हुए अजीबोगरीब दलील भी दे रहे हैं. 

युवतियों को पहले से नहीं थी प्रेग्नेंसी टेस्ट की जानकारी
डिंडौरी जिले के गाड़ासरई कस्बे में आज जिलाप्रशासन के द्धारा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 219 जोड़ों का विवाह बड़े ही धूमधाम से कराया गया है लेकिन इस सामूहिक विवाह समारोह में लड़कियों के प्रेग्नेंसी टेस्ट कराये जाने के आरोपों के बाद तरह तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. बच्छरगांव निवासी युवती बताती हैं कि उसने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में विवाह कराने के लिए फ़ार्म भरा था. जिसके बाद बजाग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसका मेडीकल टेस्ट कराया गया और प्रेग्नेंसी टेस्ट भी किया गया. जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसका नाम सूची से हटा दिया गया.

डॉक्टर्स बोले- हमें निर्देश मिले थे
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी से जब प्रेग्नेंसी टेस्ट को लेकर सवाल किया गया तो पहले तो साहब गोलमोल जवाब देते हुए दिखे, लेकिन बाद में उन्होनें भी प्रेग्नेंसी टेस्ट की बात को न सिर्फ कैमरे पर कबूला बल्कि उनका कहना यह था की जो उन्हें निर्देश प्राप्त हुए थे उसका पालन किया गया है.

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जिलाध्यक्ष ने प्रेग्नेंसी टेस्ट ठहराया जायज
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को जनकल्याणकारी बतलाते हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक पर राजनीति करने का आरोप लगाए हैं. साथ ही लड़कियों के मेडिकल टेस्ट के नाम पर किये गए प्रेग्नेंसी टेस्ट को वे एक तरह से जायज ठहराते हुए नजर आ रहे हैं.

शादी के पहुंची आयोजन स्थल लेकिन लिस्ट में नही था नाम
बछरगांव निवासी युवती का कहना है की उसे मेडीकल टेस्ट के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया और उसका नाम सूची से हटा दिया गया जबकि वो पूरी तैयारी के साथ विवाह कराने के लिए आयोजन स्थल पर पहुँच गई थी लेकिन उसकी शादी भी नहीं हो पाई. जिसको लेकर वो बेहद नाराज और मायूस है, तो वहीं ग्रामपंचायत की सरपंच मेदनी मरावी भी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लड़कियों के प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं.

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