विक्रांत भूरिया ने चुनाव से पहले दिया बड़ा झटका, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने की अचानक कर दी पेशकश

रवीशपाल सिंह

09 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 9 2024 5:27 PM)

मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज है, बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जमकर हो रही है. वहीं मंगलवार को सुबह कांग्रेस के लिए झटका देने वाली एक खबर सामने आई.

विक्रांत भूरिया ने की पद छोड़ने की पेशकश, अपने पिता और कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ विक्रांत भूरिया.

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MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज है, बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जमकर हो रही है. वहीं मंगलवार को सुबह कांग्रेस के लिए झटका लगने वाली एक खबर सामने आई. जिसमें यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और आदिवासी युवा नेता विक्रांत भूरिया ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अचानक अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जताकर पार्टी को हैरान कर दिया है. उन्होंने एक्स हैंडल पर पोस्ट के जरिए कहा है कि किसी नए साथी को मौका दिया जाए. 

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विक्रांत भूरिया ने एक लंबी पोस्ट में लिखा- 'पिछले कई दिनों से मैं इस बात पर मंथन कर रहा हूं कि लोकसभा चुनाव के दौरान पिताजी का भी चुनाव होने के कारण मैं मध्य प्रदेश युवा कॉंग्रेस संगठन में समय नहीं दे पा रहा हूं. ऐसे में मेरा व्यक्तिगत मानना है कि यह संगठन और संगठन के साथियों के साथ न्याय नहीं होगा.'

यूथ कांग्रेस अध्यक्ष को लिखा पत्र, पढ़ें

अपने पत्र में विक्रांत भूरिया ने कहा, 'देश इस वक्त लोकतंत्र को बचाने की मुहिम में लगा हुआ है जिसके लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं हम सबके नेता राहुल गांधी जी पूरी शक्ति के साथ देश भर में दौरे और सभाएं कर रहे हैं. इस वक्त प्रत्येक लोकसभा सीट जीतना जितना कांग्रेस के लिए जरूरी है उससे कहीं ज्यादा इस देश के लोकतंत्र के लिए जरूरी है. अब चूंकि मेरे पिता कांतिलाल भूरिया रतलाम-झाबुआ लोकसभा से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी हैं, इस कारणवश मुझे अपना अधिकतम समय इस लोकसभा क्षेत्र में देना पड़ रहा है. 

जिसके चलते मैं मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की भूमिका को पूरे प्रदेश में निभाने में खुद को असहज पा रहा हूं और अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहा हूं.'

पिता कांतिलाल भूरिया के चुनाव प्रचार में जुटे

विक्रांत भूरिया ने आगे लिखा- "भारतीय युवा कॉंग्रेस ने मुझ जैसे एक आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले व्यक्ति को संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियों सहित प्रदेश अध्यक्ष बनाया फिर विधानसभा का टिकट देकर चुनाव लड़ने का मौका दिया. विधायक भी बनने का मौका दिया, इसके लिए मैं हमारे नेता राहुल गांधी जी, युवा कॉंग्रेस राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अलावरु जी, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ज़ी का तहेदिल से धन्यवाद देता हूं. 

चूंकि अब मेरे विधानसभा क्षेत्र झाबुआ के परिवारों के बीच समय देना मेरी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है साथ ही रतलाम झाबुआ सीट पर स्वयं मेरे पिता जी चुनाव लड़ रहे है तो क्षेत्र में समय देना और अपने कार्यकर्ताओं के बीच रहना ही मेरी प्राथमिकता है."

नए साथी को मौका देने की कही बात 

विक्रांत भूरिया ने यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी नए व्यक्ति को देने का आग्रह किया है. उन्हाेंने लिखा- अब आगे किसी नए साथी को मौका मिले तो संगठन हित में होगा और मैं इस चीज़ के समर्थन में हूं. इस दौरान मेरी इस यात्रा में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने वाले सभी जांबाज़ साथियों का. चाहे जेल जाना हो या लाठियां खानी हो, दिल से आभार व्यक्त करता हूं.

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