गुना में PWD के सर्किट हाउस में रुकने के लिए सिंधिया को क्यों देना पड़ गए 600 रुपए, जानें पूरा मामला

विकास दीक्षित

17 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 17 2024 9:43 AM)

गुना में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे सिंधिया को रात में पीडब्ल्यूडी के सर्किट हाउस में रुकना पड़ गया लेकिन इसके लिए पहले उनको 600 रुपए की फीस अदा करना पड़ गई.

Delhi airport’s revamped main runway to re-open this week, says Scindia

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Jyotiraditya Scindia: आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना के सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करने के लिए रसीद कटवानी पड़ी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खाते में 600 रुपये का चालान जमा किया. जिसके बाद उन्हें सर्किट हाउस में रुकने की अनुमति मिली. ज्योतिरादित्य सिंधिया को VIP कक्ष में ठहराया गया. VIP कक्ष में रुकने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शासकीय खाते में 600 रुपये जमा किये. इस दौरान सर्किट हाउस के दूसरे कक्ष में गुना कलेक्टर सतेंद्र सिंह के लिए भी कक्ष आवंटित किया गया.

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दरअसल लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होते ही सर्किट हाउस चुनाव आयोग के अधीन आ गया है. सर्किट हाउस में VIP की हैसियत से रुकने के लिए भी शुल्क देना पड़ता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर हैं. ज्योतिरादित्य के रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस में व्यवस्था की गई थी. लेकिन इसी बीच चुनाव आचार संहिता लागू हो गई. जिसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शाम 6.15 PM बजे सरकारी खाते में 600 रुपये का चालान जमा कराया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी ने गुना लोकसभा सीट से टिकिट दिया है. संसदीय क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तूफानी दौरे शुरू कर दिए हैं. सिंधिया कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव की रणनीति बनाने में जुट गए हैं. जल्द ही उनकी पति प्रियदर्शिनी राजे व पुत्र महार्यमन सिंधिया भी चुनावी मैदान में दिखाई देंगे.

प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर बोले सिंधिया

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान " 2029 नहीं 2047 के लिए लगा हूँ" काफी चर्चाओं में है.
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प भारत का सफर 2024 -2047 तक अमृतकाल से शताब्दीकाल तक भारत को विश्ववगुरु बनाने का है, देश को आर्थिक शक्ति के रूप में विकसित करने का है. हम 10वें स्थान से अब 5वें स्थान पर पहुंच गए हैं, अगले तीन साल में जर्मनी और जापान को पछाड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएंगे.

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