BJP के पूर्व मंत्री दीपक जोशी का दर्द छलका, सोशल मीडिया पर डाली तंज भरी ‘पोस्ट’

इज़हार हसन खान

• 07:07 AM • 22 Feb 2023

MP POLITICAL NEWS: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज 7 महीने का समय बाकी है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बीजेपी और कांग्रेस के नेता न सिर्फ एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी तेज कर रहे हैं बल्कि इनकी अपनी पार्टी के अंदर ही असंतोष के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं. बुधवार […]

Deepak Joshi former minister MP BJP Haat Piplya Assembly M.L.A social media post

Deepak Joshi former minister MP BJP Haat Piplya Assembly M.L.A social media post

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MP POLITICAL NEWS: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज 7 महीने का समय बाकी है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे बीजेपी और कांग्रेस के नेता न सिर्फ एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी तेज कर रहे हैं बल्कि इनकी अपनी पार्टी के अंदर ही असंतोष के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं. बुधवार को ऐसा बीजेपी में हुआ. पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और खुद भी सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके दीपक जोशी का दर्द छलक आया. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड करके अपना दर्द सार्वजनिक किया.

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पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने अपनी पोस्ट में लिखा ‘छल, कपट और पाप का फल धरती पर भुगतना पड़ता है. याद रखना समय किसी को माफ नहीं करता है’. बीजेपी के पूर्व मंत्री दीपक जोशी की इस पोस्ट के सामने आते ही राजधानी भोपाल में राजनीतिक हलचल मच गई.

पूर्व मंत्री दीपक जोशी के पास बीजेपी के साथ ही कांग्रेस पार्टी के नेताओं के भी फोन आने लगे और उनसे हाल-चाल पूछने के बहाने उनकी इस पोस्ट के मायने समझने की कोशिश करने लगे. हालांकि दीपक जोशी ने अपनी इस पोस्ट को सामान्य पोस्ट बताया. MP Tak ने इसे लेकर पूर्व मंत्री दीपक जोशी से बात की तो वे बोले ये पोस्ट राजनीतिक नहीं है बल्कि मोटिवेशनल है.

MP Tak: इस तरह की पोस्ट लिखने के मायने क्या हैं?

दीपक जोशी: देखिए हम लोग जनप्रतिनिधि हैं. जनप्रतिनिधि के नाते जनता को मोटिवेशन देना भी हमारा काम होना चाहिए. राजनीति का दिनों दिन स्वरूप बदलता जा रहा है. अगर छल कपट की बात करें तो यह तो महाभारत काल और रामायण काल में भी चलता था. लेकिन उसका हश्र क्या हुआ. अगर मोटिवेशन देने के लिए कोई चीज अच्छी लगती है तो शेयर करते हैं. यह वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में ठीक भी है. आज की राजनीति में जनता का तेजी से राजनीतिक दल और राजनीतिज्ञों से विश्वास उठ रहा है.

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दीपक जोशी: देखिए इसका निर्धारण तो पार्टी को करना चाहिए. मैं तो खेल भावना से लेता हूं. कोई कार्यकर्ता काम करने योग्य है. काम कर सकता है तो उसे पार्टी को काम देना चाहिए.

दर्द के पीछे क्या ये है असली कहानी ?
2018 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के दीपक जोशी को कांग्रेस के मनोज चौधरी ने 12000 से ज़्यादा वोटों से चुनाव में हराया था. वहीं मार्च 2020 में मनोज चौधरी सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. उसके बाद उन्होंने उपचुनाव भी जीता. वर्तमान में मनोज चौधरी हाट पिपल्या सीट से बीजेपी के विधायक हैं. ऐसे में राजनीति के जानकार बता रहे हैं कि कहीं ना कहीं दीपक जोशी अपने लिए अब राजनीतिक विकल्प खोजने की कोशिश में हैं.

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कांग्रेस ने ली चुटकी
इस मामले में कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज का कहना है कि आज मूल भाजपाइयों की यही सबसे बड़ी परेशानी बन गई है. खुद की पार्टी में उनका कोई स्थान नहीं है. आयतित लोगों की वजह से जो खरीद-फरोख्त होकर आए हैं. सत्ता के लालच में जिनको बीजेपी ने दूसरी पार्टी से लिया है. आज उनका सम्मान हो रहा है और अपने मूल भाजपाइयों का अपमान कर रहे हैं.

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