क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने कैरियर दांव पर लगाएंगे दिग्गी राजा? कांग्रेस को नहीं मिल रहा कोई उम्मीदवार

विकास दीक्षित

14 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 14 2024 7:45 PM)

ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी ने गुना सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है. अब कांग्रेस को इस सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान करना है. लेकिन उनको कोई उम्मीदवार मिल नहीं रहा है तो ऐसे में क्या दिग्विजय सिंह सिंधिया के सामने उतरेंगे. इस पर बहस जारी है.

Jyotiraditya Scindia, Digvijay Singh

Jyotiraditya Scindia, Digvijay Singh

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Lok Sabha Elections 2024: मध्यप्रदेश की बेहद हाईप्रोफाइल गुना लोकसभा सीट पर बीजेपी का दावेदार घोषित होने के दो हफ्ते बाद भी कांग्रेस अपना कैंडिडेट नहीं ढूंढ पाई है. बीजेपी ने 2 मार्च को जारी की गई पहली सूची में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम घोषित कर दिया था. लेकिन दो हफ्ते गुजरने के बावजूद कांग्रेस खाली 'हाथ' है. ऐसे में लोग चर्चा कर रहे हैं कि क्या दिग्विजय सिंह को कांग्रेस सिंधिया के सामने चुनावी मैदान में उतार सकती है. अगर कांग्रेस ऐसा करती है तो क्या दिग्गी राजा सिंधिया के सामने चुनाव लड़कर अपना कैरियर दांव पर लगा सकते हैं. ये सवाल अब तेजी से मध्यप्रदेश के राजनीतिक हलकों में चर्चा में आ गया है.

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कांग्रेस की ये स्थिति उस वक्त है जब खुद राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर गुना संसदीय क्षेत्र से गुजर चुके हैं. राहुल गांधी ने गुना में रोड शो भी किया था. लेकिन इस दौरान उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर किसी प्रकार का जवाबी हमला नहीं किया था. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ केपी यादव की तर्ज पर योद्धा को चुनाव लड़ाने का बयान दिया था.

 जीतू पटवारी ने 4 मार्च को बयान देते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ विशेष रणनीति बनाने की बात कही थी. लेकिन कांग्रेस ने अब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने किसी को भी टिकिट नहीं दिया है. गुना लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. गुना,बमोरी,शिवपुरी,कोलारस,पिछोर,चंदेरी,मुंगावली और अशोकनगर.

कैसी है गुना-शिवपुरी सीट

आठों विधानसभाओं में 18 लाख से ज्यादा वोटर हैं. लोकसभा क्षेत्र का दायरा भी काफी बड़ा है. मतदाताओं तक पहुंचने के लिए किसी भी कैंडिडेट को पर्याप्त समय जरूरी है. 2019 के आम चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4,88,500 यानी 41.89% वोट हांसिल किये थे. हालांकि उन्हें केपी यादव ने चुनाव हरा दिया था.

इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी से उम्मीदवार हैं. गुना लोकसभा सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार सक्रिय बने हुए हैं. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो बीजेपी शुरुआती दौर में ही मानसिक बढ़त बना चुकी है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव कार्यालय भी खोल लिए हैं. बूथ स्तर तक बैठकों का दौर जारी है.

कांग्रेस है हताश, दिग्गी राजा सहित 10 नाम चर्चा में, लेकिन फैसला अब तक नहीं 

लेकिन कांग्रेस चुनाव से पहले ही हताश और बिखरी सी नजर आ रही है. कार्यालय तो दूर पार्टी अब तक दावेदार का नाम तय नहीं कर पाई है. हालांकि गुना संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला,पूर्व विधायक वीरेंद्र रघुवंशी,यादवेंद्र यादव का नाम प्रमुखता से सामने आया था. लेकिन किसी भी नाम पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है. कांग्रेस द्वारा जारी की गई पहली लिस्ट में 10 नाम हैं लेकिन गुना सीट से कोई भी नाम निकलकर सामने नहीं आ पाया है.

कांग्रेस के नेता दबी जुबान में बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में मोदी लहर है, राम मंदिर का मुद्दा भी हावी है. चुनाव में पार्टी फंड की कमी भी बड़ा मुद्दा है. आये दिन कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना आत्मघाती कदम होगा. इसलिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने कोई भी दावेदार खुलकर सामने नहीं आ रहा है.

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