MP News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर हमला बोला है. दरअसल, कमलनाथ ने फसलों के सर्वे को लेकर सरकार पर निशाना साधा था, जिसका जवाब देते हुए कहा, “कमलनाथ की ट्यूबलाइट लेट से जलती है. ओलावृष्टि में सरकार ने सर्वे का काम पहले ही शुरू कर दिया था लेकिन वो चिट्ठी लेट लिखते हैं. उनके पास सत्ता मे आने का एक ही चारा है झूठ और झूठ.”
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शिवराज ने आगे कहा, “कमलनाथ ने वादा किया था विशेष पिछड़ी जाति,बैगा सहरिया और भारिया को एक हजार रुपये देने का कहा था लेकिन नहीं दिया, बल्कि बीजेपी की सरकार ने दिया.”
चौथी बार सीएम बनने के 3 साल पूरे होने पर बयान देते हुए सीएम शिवराज ने कहा…
ये तीन साल परीक्षा के क्षण थे, कोविड काल से प्रदेश को निकाला,मजदूरों को एक से दूसरे स्थान पहुंचाया. कोरोनाकाल की स्थिति को देखता हूं तो लगता है कैसे ये काम कर पाया. संकट के समय भी किसानों के प्रीमियम की रकम जमा की जो कमलनाथ ने जमा नहीं की थी.
बीजेपी विधायक ने की गुटखा बैन करने की मांग
इधर, अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सतना जिले की मैहर विधानसभा से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इस बार उन्होने मुख्यमंत्री पत्र लिखकर गुटखा और पान मसाला बैन कराने की मांग की है. उन्होने पत्र में लिखा, “मध्यप्रदेश में खुलेआम बिकने वाले पान मसाले व गुटखों में व्यापक पैमाने पर अमानक सामग्री मिलाई जा रही है जो पूरी तरह से स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. इसके चलते कैंसर जैसी कष्टप्रद बीमारियां भी लोगों को हो रही है.”
“बाजार में बिकने वाली राजश्री, गुरू, शिमला, तानसेन, विमल, रजनीगंधा जैसे कई पान मसाले स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिप्रद हैं. इनमें व्यापक पैमाने पर अमानक पत्र मिलाए जाते हैं. पान मसाला में टोटल एश, एश इन्सॉल्यूबल इनडाइल्यूट, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और मैग्निशियम काबरेनेट जैसे खतरनाक तत्व पाए गए है. कहीं ज्यादा मात्रा में निकोटिन पाया गया है, जबकि यह जीरो प्रतिशत होना चाहिए.”
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